Pakistan General Election 2024: पाकिस्तानी कौम ने आतंकी हाफिज सईद को नकारा, बेटे को दी चुनाव में करारी शिकस्त
Pakistan General Election 2024: आतंकी हाफिज सईद की पाकिस्तान की सियासत में अपने बेटे को सेट करने की कोशिशों को तगड़ा झटका लगा है. आम चुनाव में किस्मत आजमाने उतरे उसके बेटे को पाकिस्तानी आवाम ने नकार दिया है.

Pakistan General Election 2024: पाकिस्तान के 12वें राष्ट्रीय आम चुनाव में पाकिस्तानी कौम ने आतंकी हाफिज सईद के मंसूबों पर पानी फेर दिया है. आम चुनावों में किस्मत आजमाने उतरा हाफिज सऊद का बेटा तल्हा सईद एनए 122 सीट से चुनाव हार गया है. तल्हा को इमरान खान की पार्टी की निर्दलीय उम्मीदवार लतीफ खोसा से 1 लाख से ज्यादा मतों के भारी अंतर से हार मिली है. तल्हा को जहां सिर्फ 2024 वोट मिले. वहीं, खोसा को 117109 वोट हासिल हुए. तल्हा की चुनावी हार आतंकी हाफिज सईद के लिए बड़ा झटका है. वह अपने बेटे को राजनीति में सेट करने की कोशिशों में लगा था. बेटे के कहने पर ही लश्कर ए-तैयबा ने एक नई राजनीतिक पार्टी का भी गठन किया था.
संसदीय और प्रांतीय दोनों चुनावों में खराब प्रदर्शन
हाफिज सईद ने पाकिस्तान की सियासत में पकड़ बनाने के लिए पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग (PMML) का गठन किया था. पार्टी ने संसदीय चुनावों और प्रांतीय चुनावों में अपने उम्मीदवारों को खड़ा तो किया लेकिन खबर लिखे जाने तक कोई जीत हासिल नहीं कर सका है.चुनाव में सईद का बेटा निर्वाचन क्षेत्र एनए-122 लाहौर से चुनाव हार गया है. उसे मात्र 2042 वोट ही प्राप्त हुए. हाफिज की पार्टी का चुनाव चिन्ह कुर्सी था.
2018 के चुनाव में जब्त हो गई थी जमानत
आतंकी हाफिज सईद ने 2018 के आम चुनाव से पहले ही अपनी पार्टी को जमात-उद-दावा के उत्तराधिकारी के तौर पर खड़ा करने की कोशिश की थी. उस दौरान चुनाव में प्रतिबंधित जमात-उद-दावा के राजनीतिक चेहरे मिल्ली मुस्लिम लीग के रूप में भाग लिया था. इसके उम्मीदवारों ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया इस वजह से उनकी जमानत तक जब्त हो गई थी. पाकिस्तान के ऊपर अंतरराष्ट्रीय दवाब पड़ा तो उसने जमात-उद-दावा और उसकी राजनीतिक विंग मिल्ली मुस्लिम लीग पर बैन लगा दिया. इसके बाद इसने अपना नाम बदलकर पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग कर लिया.