Pakistan Election 2024: पाकिस्तान आम चुनाव के नतीजों में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला. बिलावल भुट्टो और नवाज शरीफ की पार्टी गठबंधन के साथ पाकिस्तान में सरकार बनाने जा रही है. इसी बीच बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के नेता बिलावल भुट्टो ने ऐलान किया था कि वे पीएम कैंडिडेट नहीं हैं. सरकार का किसी भी तरह से हिस्सा भी नहीं बनेंगे, लेकिन उन्होंने साफ किया था कि वे नवाज शरीफ की पार्टी को बाहर से समर्थन देंगे. इसी बीच गुरुवार को खबर सामने आई है कि पीपीपी के शीर्ष नेता आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान के राष्ट्रपति बन सकते हैं. इस खबर से साफ हो गया है कि बिलावल भुट्टो ने आखिरकार पीएम पद से दूरी क्यों बनाई थी?
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के शीर्ष नेता आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान के अगले राष्ट्रपति बन सकते हैं. पाकिस्तान मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उनकी पार्टी सरकार बनाने के लिए पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के साथ गठबंधन करने पर सहमत हो गई है. पीएमएल-एन और पीपीपी में समझौते की बातचीत के बीच सूत्रों के हवाले से द न्यूज इंटरनेशनल ने बुधवार को बताया कि अगर स्थिति नहीं बदलती है तो पीएमएल-एन का प्रधान मंत्री और पीपीपी का राष्ट्रपति होगा.
8 फरवरी के चुनावों में खंडित जनादेश आने के बाद अब करीब एक सप्ताह से पाकिस्तान में कोई सरकार नहीं है. किसी भी प्रमुख दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के कारण पाकिस्तान में एक गठबंधन सरकार होगी. पीएमएल-एन और पीपीपी गठबंधन के तहत पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ के पाकिस्तान के अगले प्रधान मंत्री बनने की उम्मीद है. इन दोनों पार्टियों के एक साथ आने का मतलब है कि जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सत्ता पर काबिज नहीं हो पाएगी. भले ही उसके समर्थन वाले उम्मीदवारों ने अधिकतम सीटें जीती हों.
68 वर्षीय पीपीपी अध्यक्ष जरदारी साल 2008 से 2013 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे हैं. पाकिस्तान के वर्तमान राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी इस महीने के अंत में अपना पद छोड़ने वाले हैं. पीएमएल-एन ने मंगलवार रात को पार्टी सुप्रीमो और तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बजाय 72 वर्षीय शहबाज को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किया है. हालांकि नवाज शरीफ चौथी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने के लिए आतुर थे.