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पाकिस्तान सरकार ने बच्चों को पढ़ने से रोका! बंद की बलूचिस्तान की 3 यूनिवर्सिटी, क्या अब पढ़ाई के लिए होगा महायुद्ध?

Pakistan Closes 3 Universities In Balochistan: पाकिस्तान ने बलूचिस्तान के 3 विश्वविद्यलायों को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है. इसके पीछे पाक सरकार ने सुरक्षा कारणों का हवाला दिया.

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Pakistan Closes 3 Universities In Balochistan: पाकिस्तान ने अस्थिर बलूचिस्तान में सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए तीन विश्वविद्यालयों को बंद करने का आदेश दिया है. इस निर्णय के बाद से छात्रों और प्रशासन दोनों में चिंता की लहर दौड़ गई है. पिछले कुछ समय से इस क्षेत्र में अलगाववादी हमलों में वृद्धि देखी जा रही है, जिससे सुरक्षा स्थिति गंभीर हो गई है.

बलूचिस्तान के सरकारी अधिकारियों ने पुष्टि की कि क़ुएटा शहर में स्थित दो विश्वविद्यालयों को पिछले सप्ताह अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया था. इसके बाद मंगलवार को एक अन्य विश्वविद्यालय को ऑनलाइन शिक्षा (वर्चुअल लर्निंग) की व्यवस्था में बदलने का आदेश दिया गया. इस निर्णय का कारण क्षेत्र में बढ़ते सुरक्षा जोखिम हैं.

एक प्रशासनिक अधिकारी ने इस संबंध में बताया कि, "सुरक्षा स्थिति की पूरी समीक्षा के बाद यह निर्णय लिया गया है." इसके साथ ही यह भी कहा गया कि विश्वविद्यालयों के फिर से खोलने का फैसला ईद के त्योहार के बाद लिया जाएगा, जो कि दो सप्ताह में होने वाला है.

क़ुएटा शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सुरक्षा बलों की तादात सड़कों पर बढ़ा दी गई है और अतिरिक्त चेकप्वाइंट्स भी शहर में स्थापित किए गए हैं. यह कदम हाल ही में हुए हमलों के बाद उठाया गया है.

BLA ने हाईजैक की थी ट्रेन

बलूचिस्तान में पिछले कुछ समय से अलगाववादी समूहों के हमले बढ़ गए हैं. एक सप्ताह पहले, बलूच अलगाववादियों ने एक यात्री ट्रेन पर हमला किया था, जिसमें 450 लोग सवार थे. इस हमले के दौरान दो दिन तक एक घेराबंदी रही, जिसमें कई लोगों की जानें चली गईं. इसके अलावा, रविवार को एक आत्मघाती हमले में पांच पैरामिलिट्री जवान मारे गए.

यह हमले बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा किए गए थे. BLA जैसे अलगाववादी संगठन यह आरोप लगाते हैं कि बाहरी ताकतें बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों का शोषण कर रही हैं, जो अफगानिस्तान और ईरान की सीमाओं के पास स्थित है.

कुल मिलाकर, बलूचिस्तान में सुरक्षा स्थिति अब पहले से कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण बन गई है. विश्वविद्यालयों की बंदी और ऑनलाइन शिक्षा की ओर बढ़ने का निर्णय इस बात का संकेत है कि प्रशासन अपनी प्राथमिकता सुरक्षा में वृद्धि पर रखे हुए है. आगामी दिनों में इस क्षेत्र में क्या स्थिति बनेगी, यह देखने वाली बात होगी.