पड़ोसी PAK में मचा हाहाकार, पब्लिक और पुलिस में छिड़ा युद्ध, दनादन चली लाठियां, बरसाए गए आंसू गैस के गोले
Pakistan: विकास निधि के बकाए और शक्तियों की बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन के दौरान पुलिस और स्थानीय सरकार के प्रतिनिधियों के बीच झड़प की खबर सामने आई हैं.
Pakistan: पाकिस्तान के अखबार द डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार खैबर पख्तूनख्वा में पुलिस और प्रदर्शनकारियो के बीच झड़प हुई. बुधवार को स्थानीय सरकार के प्रतिनिधियों और पुलिस के बीच झड़पें हुईं. खैबर और जी.टी. रोड पर हजारों प्रदर्शनकारी स्थानीय विधानसभा के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे. इस प्रदर्शन में कई लोग घायल हुए और कुछ को पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा. यह प्रदर्शन मेयरों और शहर, तहसील, गांव और मोहल्ले के काउंसलरों द्वारा आयोजित किया गया था. इन नेताओं का मुख्य मांग थी कि उनकी सरकार को दी जाने वाली विकास निधियों की भुगतान किया जाए और वे जो शक्तियाँ खो चुके हैं, उन्हें पुनः बहाल किया जाए.
पुलिस ने चलाई लाठी और छोड़े आंसू गैस के गोले
प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की और जुलूस निकाला, लेकिन जैसे ही वे विधानसभा भवन के पास पहुंचे, पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया और लाठियों से प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा. इस घटना में कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए और कुछ लोग आंसू गैस के कारण बेहोश हो गए. पुलिस की इस कार्रवाई ने तनाव को और बढ़ा दिया और प्रदर्शनकारियों के मन में सरकार के प्रति गुस्सा और बढ़ गया.
प्रदर्शनकारी आरोप लगा रहे हैं कि सरकार ने अब तक ₹120 अरब की लंबित निधियों को जारी नहीं किया है, जो स्थानीय सरकारों के लिए जरूरी हैं. उनका कहना है कि तीन साल पहले स्थानीय सरकारों के गठन के बाद से यह राशि नहीं दी गई है, जिससे विकास कार्यों में बाधा आई है.
क्यों हो रहा है प्रदर्शन
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि 2013 के स्थानीय सरकार अधिनियम के तहत यह सुनिश्चित किया गया था कि वार्षिक विकास कार्यक्रम (ADP) के कुल बजट का 20 प्रतिशत स्थानीय सरकारों को दिया जाए, लेकिन सरकार ने इस प्रावधान का पालन नहीं किया है. मयार का आरोप है कि सरकार ने हमेशा इस कानून को नजरअंदाज किया है और अपनी जिम्मेदारियों को पूरा नहीं किया.