कंगाल पाकिस्तान अब हुआ 'बे-कार', ऑटोमोबाइल सेक्टर पहुंचा बंदी के द्वार, एक महीने में महज इतनी बिकीं कार

कई कार निर्माताओं ने हाल ही में पाकिस्तान में बिजनेस को बंद करने का फैसला किया है, जबकि दूसरी ओर टेस्ला, बीवाईडी और जीडब्ल्यूएम जैसी वैश्विक निर्माता कंपनियां भारत में तेजी से बढ़ते ऑटोमोटिव बाजार में पैर जमाने के मौके तलाश रहे  हैं. 

Naresh Chaudhary

Pakistan Automobile Sector Bad News: पाकिस्तान की हालत दिनों दिन खराब होती जा रही है. साफ शब्दों में कह सकते हैं कि पाकिस्तान अब बे-कार यानी बिना कारों वाला देश होने वाला है. एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान का ऑटोमोबाइल सेक्टर खस्ताहाल से गुजर रहा है. यहां नवंबर में पूरे देश में सिर्फ 4875 कारों की बिक्री हुई. जबकि भारत में इससे कहीं ज्यादा कारों की बिक्री सिर्फ 10 घंटों के भीतर ही हो जाती है. साल 2022 में पाकिस्तान में नवंबर में 15,432 कारें बेची गई थीं. जो इस बार से करीब 68 फीसदी ज्यादा थी. 

पाकिस्तान में ऑटो सेक्टर की बदहाली के लिए जिम्मेदार हैं कई कारण

न्यूज साइट टीओआई की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ये डेटा पाकिस्तान ऑटोमोटिव मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (PAMA) से लिया गया है. बताया गया है कि पाकिस्तान में ऑटोमोटिव उद्योग के पतन के पीछे कई कारण हैं, जैसे बढ़ती लागत, समग्र मुद्रास्फीति, देश की खराब अर्थव्यवस्था के कारण घटती मांग, मुद्रा का मूल्यह्रास और वाहनों की खरीद पर बेतहाशा टैक्स. 

भारत में हर घंटे बेची गई थीं 500 कार यूनिट

उधर पाकिस्तान की भारत से तुलना करें तो चौंकाने वाली हकीकत सामने आई है. बताया जाता है कि भारतीय कार निर्माताओं ने आधे से भी कम दिन (करीब 10 घंटे) में इससे ज्यादा इकाइयां बेचीं हैं. FADA की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार नवंबर में PV सेगमेंट ने एक नया मुकाम हासिल किया. इस सेक्टर ने अपनी 3.6 लाख यूनिट्स देखी गईं, जिसका मतलब है कि देश भर में प्रति घंटे 500 से ज्यादा कारें बेची गईं.

अनिश्चितता की ओर हैं पाकिस्तान का भविष्य

पाकिस्तान का कार बाजार चुनौतियों का सामना कर रहा है, खासकर जब इस सेक्टर की तुलना भारत के संपन्न उद्योग से की जाती है. इससे पाकिस्तानी ऑटोमोटिव क्षेत्र के भविष्य पर संदेह पैदा होता है. भविष्य अनिश्चित है, लेकिन एक बात निश्चित है कि पाकिस्तान इस सेक्टर को बनाए रखने के लिए बहुत कठिन संघर्ष कर रहा है.

पाकिस्तान से अपना बिजनेस समेट रही हैं कई बड़ी कंपनियां

बता दें कि कई कार निर्माताओं ने हाल ही में पाकिस्तान में बिजनेस को बंद करने का फैसला किया है, जबकि दूसरी ओर टेस्ला, बीवाईडी और जीडब्ल्यूएम जैसी वैश्विक निर्माता कंपनियां भारत में तेजी से बढ़ते ऑटोमोटिव बाजार में पैर जमाने के मौके तलाश रहे  हैं.