सीरिया में जारी गृहयुद्ध के बीच राष्ट्रपति देश छोड़कर भाग गए हैं. देश में रह रहे लोगों के लिए जिंदगी मुश्किल हो गई है. विद्रोही हो या सेना सभी आम लोगों को भी निशाना बना रहे हैं. लड़कियों को खासकर के टारगेट किया जा रहा है. ऐसी ही एक लड़की ने अपनी कहानी टीवी पर साझा की है. लड़की ने बताया कि जिहाद के नाम पर उसके साथ कई लोगों ने दरिंदगी की.
इस दरिंदगी में उसका बाप भी शामिल था. लड़की ने बताया कि मेरे घर पर कई लोग आए और सबने बारी-बारी से दुष्कर्म किया. एक जाता था, दूसरा आ जाता था. मैं कमरे में चिल्लाती थी और छोड़ देने की गुहार लगाती रही. कुछ देर के बाद मैं बेहोश हो गई और मेरी जब आंख खुली को मैंने अपने पिता के कमरे में बुलाया. वे मेरे कमरे में आए, मैंने उनसे पुछा कि मेरे साथ ये क्या हो रहा है और मुझे आप बचाने क्यों नहीं आए?
जिहाद के नाम पर हुई दरिंदगी
मेरे पिता ने कहा कि सब ठीक है कुछ गलत नहीं हो रहा, ये सब जिहाद है जो तुम कर रही हो ये सही है. और जब तुम मरोगी शहीद कहलाओगी, तुम्हें जन्नत नसीब होगी. उन्होंने मुझे जिहाद के बारे में बताया. मैं बीमार हो गई और करीब 23 दिनों तक पड़ी रही, मैंने अपने पिता को दवाई देने के लिए कहा या डॉक्टर के पास ले जाने के लिए कहा. उन्होंने हमेशा मना किया.
Listen to the painful story of a Girl From Syria...#Syria pic.twitter.com/l2Ua10Co6L
— Supriya Sawarn (@Supriya1622) December 9, 2024
गांव में आर्मी के जवान आए और...
मैं जब कुछ ठीक हुई तो मेरे पिता ने फिर से मर्दो को मेरे पास भेजना शुरू कर दिया और ये तब तक चलता रहा जब तक मेरे गांव में आर्मी के जवान नहीं आ गए. मेरे पिता और हथियार लिए लड़ाके मुझे छोड़कर गांव से भाग गए. सभी बगल के दूसरे गांव में छिपे थे. मेरी मां और भाई कुछ दिन के बाद घर आए मैंने उन्हें कहा आप सब मुझे छोड़कर क्यों भाग गए? लड़की ने कहा कि मैंने मां से बताया कि मेरे साथ क्या हुआ तो उन्होंने कहा कि जो भी हुआ अच्छे के लिए हुआ. मां ने धमकी दी कि ये सारी बातें किसी को नहीं बताना, नहीं तो हम तुम्हें मार देंगे.
मेरे पिता ने मां को कॉल किया और मुझे उनके पास भेजने के लिए कहा. एक दिन मेरी मां सुबह बाहर निकली और लौटते ही नहाने के लिए चली गई. मैं हैरान थी ऐसा क्या हुआ जो ये घर लौटते ही नहाने लगी. फिर में हैरान रह गई कि जो मेरे साथ हो रहा था वहीं सब मेरी मां के साथ भी हो रहा था, जिहाद के नाम पर.