Russia-Ukraine War: रूस यूक्रेन में पिछले 3 सालों से जंग चल रही है. इस युद्ध में दोनों तरफ से बड़ी संख्या में जानें गई हैं. इस बीच उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन ने यूक्रेन पर रूस के हमले में रूसी सेना का "न्यायसंगत कारण" समर्थन करने की प्रतिबद्धता जताई है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह बयान एक महत्वपूर्ण खुलासा है, क्योंकि यह पहली बार है जब प्योंगयांग ने रूस के साथ एक रणनीतिक रक्षा साझेदारी की स्वीकृति दी है और युद्ध में मदद के लिए सैनिक भेजने की पुष्टि की है.
जानिए किम जोंग उन क्या है?
राज्य-नियंत्रित KCNA समाचार एजेंसी ने रिपोर्ट किया कि किम ने कहा, "डीपीआरके की सेना और लोग हमेशा रूसी सेना और लोगों के न्यायसंगत कारण का समर्थन करेंगे, जो अपनी संप्रभुता, सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा कर रहे हैं, जैसा कि डीपीआरके और रूस के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी पर हस्ताक्षर किए गए समझौते की भावना के अनुसार है.
US और दक्षिण कोरियाई अधिकारियों ने लगाए आरोप
इससे पहले, अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई अधिकारियों ने आरोप लगाया था कि किम ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की युद्ध प्रयासों में मदद के लिए 12,000 उत्तर कोरियाई सैनिकों को भेजा है. पश्चिमी अधिकारियों का अनुमान है कि जनवरी मध्य तक इनमें से लगभग 1,000 सैनिकों की मौत हो चुकी है. यदि ये आंकड़े सही हैं, तो उत्तर कोरियाई सैनिकों की यह क्षति अत्यधिक है और इसे बनाए रखना मुश्किल होगा.
रूस-उत्तर कोरिया साझेदारी का प्रभाव
किम और पुतिन के बीच हुआ रणनीतिक समझौता अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के लिए चिंता का विषय बन गया है. इन देशों के बीच बढ़ते तनाव को और हवा मिली है, विशेष रूप से जापानी मीडिया द्वारा यह रिपोर्ट किए जाने के बाद कि इस साल के अंत तक संयुक्त ड्रोन निर्माण योजना पर काम शुरू हो सकता है.
यूक्रेनी मोर्चे पर उत्तर कोरियाई सैनिकों की क्या है स्थिति?
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने जिक्र किया है कि रूस के मोर्चे पर उत्तर कोरियाई सैनिकों की पुनः तैनाती देखी जा रही है, हालांकि भारी नुकसान के बाद भी इन सैनिकों की स्थिति बहुत ही कठिन हो गई है. यह उनके रहस्यमय नेता द्वारा उन्हें बलि के बकरों के रूप में पेश किए जाने का संकेत देता है, जैसा कि एक्सप्रेस यूएस ने रिपोर्ट किया है.
डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन के बीच हुई बातचीत
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, पुतिन के साथ बैक-चैनल वार्ता में लगे हुए हैं, जिनका उद्देश्य यूक्रेन में संघर्ष को समाप्त करना है. एक शुक्रवार को एयर फोर्स वन पर ट्रंप ने अपने पुतिन से संवाद को लेकर चुप्पी साधी, लेकिन न्यूयॉर्क पोस्ट को बताया, "वह चाहते हैं कि लोग मरना बंद करें.