उत्तर कोरिया ने फिर से दागी क्रूज मिसाइलें; अमेरिका के साथ दक्षिण कोरिया की बढ़ी परेशानियां

उत्तर कोरिया के राज्य मीडिया केसीएनए ने अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई सैनिकों की ओर से हाल के हफ्तों में किए गए सैन्य अभ्यासों की निंदा करते हुए गंभीर परिणामों की चेतावनी दी थी.

Naresh Chaudhary

North Korea Fires Cruise Missiles: दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ (जेसीएस) के एक बयान अमेरिका के साथ दक्षिणा कोरिया भी धड़कनें तेज कर दी हैं. उन्होंने कहा है कि उत्तर कोरिया ने रविवार को अपने पूर्वी तट से कई क्रूज मिसाइलें दागी हैं. यह एक हफ्ते से भी कम समय में दूसरी बार का प्रक्षेपण है. जेसीएस की ओर से कहा गया है कि मिसाइलों को सुबह करीब 8 बजे (शनिवार को 2300 GMT) लॉन्च किया गया था. दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी खुफिया अधिकारियों की ओर से इसका विश्लेषण किया जा रहा है कि आखिर बिना किसी कारण इतनी मिसाइलें क्यों दागी गई हैं.

एक बयान में कहा गया कि निगरानी और सतर्कता को मजबूत करते हुए, हमारी सेना संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ निकटता से सहयोग कर रही है और उत्तर कोरिया से अतिरिक्त संकेतों व गतिविधियों की निगरानी कर रही है. ताजा प्रक्षेपण उत्तर कोरिया की ओर से पुलह्वासल-3-31 नामक एक नई रणनीतिक क्रूज मिसाइल दागने के कुछ दिनों बाद हुआ है, जो दर्शाता है कि यह परमाणु हथियार से सक्षम है.

विश्लेषकों ने कहा- उत्तर कोरिया के प्रयास भविष्य के लिए खतरनाक

उत्तर कोरिया संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके सहयोगियों के साथ टकराव बढ़ा रहा है, लेकिन वाशिंगटन और सियोल के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें कोई संकेत नहीं मिला है कि प्योंगयांग आसन्न सैन्य कार्रवाई करने का इरादा रखता है. अधिकारियों और विश्लेषकों का कहना व मानना है कि किम जोंग उन की सरकार की ओर से बैलिस्टिक मिसाइल विकास में प्रगति करने, रूस के साथ सहयोग बढ़ाने और दक्षिण कोरिया के साथ शांतिपूर्वक पुनर्मिलन के अपने दशकों पुराने लक्ष्य को खत्म करने के बाद उत्तेजक कदम जारी रखने या बढ़ाने की संभावना है.

उत्तर कोरिया ने की थी अमेरिका और दक्षिण कोरिया के सैन्य अभ्यास की निंदा

इससे पहले रविवार को उत्तर कोरिया के राज्य मीडिया केसीएनए ने अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई सैनिकों की ओर से हाल के हफ्तों में किए गए सैन्य अभ्यासों की एक श्रृंखला की निंदा करते हुए गंभीर परिणामों की चेतावनी दी थी. डिस्पैच ने कहा था कि वास्तविकता यह है कि नए साल की शुरुआत से ही हमारे गणतंत्र के खिलाफ परमाणु युद्ध अभ्यास पागलों की तरह चल रहा है. मांग करता है कि हम एक घातक युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार रहें. उत्तर कोरिया ने सितंबर 2021 में संभावित परमाणु हमला क्षमताओं वाली क्रूज मिसाइल का पहला परीक्षण किया था.