न्यू ऑर्लियंस में मचने वाली थी तबाही... अटैकर ने फ्रेंच क्वार्टर में लगाए थे डिटोनेटर- जो बाइडन
New Orleans Truck Attacker: न्यू ऑरलियन्स में शमसुद-दिन जब्बार ने फ्रेंच क्वार्टर में दो IED लगाए और नए साल की भीड़ पर ट्रक चढ़ा दिया, जिसमें 14 लोगों की मौत हुई और 30 घायल हुए. जब्बार पुलिस मुठभेड़ में मारा गया. FBI ने उसे ISIS समर्थक बताया. राष्ट्रपति बाइडेन ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकल्प लिया है.
New Orleans Truck Attacker: न्यू ऑरलियन्स में हुए हमले में शमसुद-दिन जब्बार नामक व्यक्ति ने फ्रेंच क्वार्टर में दो आइस कूलर में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेज (IED) लगाए थे. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बताया कि जब्बार के व्हीकल में एक रिमोट डिटोनेटर मिला, जिससे वह इन विस्फोटकों को उड़ाने की योजना बना रहा था. नए साल के जश्न में शामिल भीड़ पर बोरबॉन स्ट्रीट में जब्बार ने तेज रफ्तार ट्रक चढ़ा दिया. इस हमले में 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि लगभग 30 लोग घायल हुए. 42 वर्षीय जब्बार को पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मार गिराया गया.
एक की रिपोर्ट के अनुसार, FBI ने दोनों IED बरामद कर लिए हैं. जांच में खुलासा हुआ कि शमसुद-दिन जब्बार अमेरिकी सेना का पूर्व सैनिक था और इस्लामिक स्टेट (ISIS) का समर्थक था. उसके व्हीकल से ISIS का झंडा मिला है और उसने ऑनलाइन पोस्ट किए गए वीडियो में ISIS के प्रति अपनी वफादारी जाहिर की थी. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अमेरिका ISIS और अन्य आतंकी संगठनों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगा. उन्होंने कहा, "हम ISIS और अन्य आतंकवादी संगठनों का हर जगह पीछा करेंगे. उन्हें यहां कोई सुरक्षित ठिकाना नहीं मिलेगा."
FBI के अनुसार, शमसुद-दिन जब्बार ने अकेले इस हमले को अंजाम दिया और वह पूरी तरह ISIS से प्रेरित था. हमले से कुछ घंटे पहले जब्बार ने फेसबुक पर पांच वीडियो पोस्ट किए थे, जिनमें उसने अपनी योजना का खुलासा किया था. FBI ने यह भी स्पष्ट किया कि न्यू ऑरलियन्स हमले का लास वेगास में ट्रंप के होटल के बाहर हुए टेस्ला साइबरट्रक विस्फोट से कोई संबंध नहीं है. लास वेगास हमले में शामिल व्यक्ति ने विस्फोट से पहले खुद को गोली मार ली थी.
FBI का कहना है कि जब्बार ने इस हमले की योजना अकेले बनाई और इसमें किसी और की मदद नहीं ली. हमले में कई निर्दोष लोग मारे गए, जिनमें एक 18 वर्षीय नर्स, एक सिंगल मदर, दो बच्चों के पिता और प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के एक पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी शामिल थे.