हम परस्पर विकास को गति देने वाली रणनीतिक साझेदारी कायम करने यहां आए हैं: इजराइली मंत्री

इजराइल के एक उच्च स्तरीय सीईओ प्रतिनिधिमंडल के भारत दौरे पर आने के बीच इजराइली मंत्री नीर बरकत ने कहा कि यह आर्थिक सहयोग के ‘‘नये दौर’’ का प्रतीक है और ‘‘हम यहां केवल व्यापार करने के लिए नहीं आए हैं, बल्कि स्थायी रणनीतिक साझेदारी बनाने’’ के लिए आए हैं, जो परस्पर विकास को बढ़ावा देगी. इजराइली दूतावास ने बुधवार को एक बयान में कहा कि कृषि, रक्षा, जल प्रौद्योगिकी और उच्च तकनीक उद्योगों सहित कई क्षेत्रों में सहयोग का इजराइल और भारत का समृद्ध इतिहास रहा है.

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इज़राइल के एक उच्च स्तरीय CEO आर्गेनाइजेशन के भारत दौरे पर आने के बीच इज़राइली मंत्री नीर बरकत ने कहा है कि यह दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग के एक नए युग की शुरुआत है. उन्होंने बताया कि इज़राइल का उद्देश्य केवल व्यापार करना नहीं है, बल्कि एक स्थायी रणनीतिक साझेदारी बनाना है जो दोनों देशों के विकास को बढ़ावा देगा. इज़राइली एम्बेसी ने एक बयान में कहा है कि कृषि, रक्षा, जल टेक्नोलॉजी और उच्च तकनीक उद्योगों सहित कई क्षेत्रों में सहयोग का इज़राइल और भारत का एक समृद्ध इतिहास रहा है. यह आर्गेनाइजेशन आर्थिक सहयोग को नए आयाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.

इस आर्गेनाइजेशन में स्वास्थ्य सेवा, साइबर, ऊर्जा, ऑटोमोटिव, खुदरा और रसद जैसे क्षेत्रों के 100 से अधिक शीर्ष इज़राइली सीईओ शामिल हैं. यह दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण कदम है.

इज़राइल और भारत के बीच सहयोग का समृद्ध इतिहास:

इज़राइली दूतावास ने कहा कि कृषि, रक्षा, जल प्रौद्योगिकी और उच्च तकनीक उद्योगों सहित कई क्षेत्रों में सहयोग का इज़राइल और भारत का समृद्ध इतिहास रहा है. इस आर्गेनाइजेशन की यात्रा आर्थिक सहयोग को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने में महत्वपूर्ण साबित हुई है.

प्रोटोकॉल और रणनीतिक साझेदारी:

प्रोटोकॉल के लिए इज़राइल की वैश्विक पद और भारत के गतिशील बाजार तथा मजबूत निर्माण आधार के साथ, रणनीतिक साझेदारी में विकास की संभावनाएं हैं. इस आर्गेनाइजेशन में स्वास्थ्य सेवा, साइबर, ऊर्जा, ऑटोमोटिव, खुदरा और रसद जैसे क्षेत्रों के 100 से अधिक शीर्ष इज़राइली सीईओ शामिल थे.

इज़राइल और भारत के बीच संबंधों का भविष्य:

इज़राइली मंत्री नीर बरकत के नेतृत्व में आए इस आर्गेनाइजेशन की यात्रा इज़राइल और भारत के बीच संबंधों का एक नया अध्याय है. यह यात्रा दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है.