menu-icon
India Daily

ईरान के न्यूक्लियर, एनर्जी ठिकानों पर हमला... नेतन्याहू ने जो बाइडेन को दे दी बड़ी 'राहत'

Israel Hezbollah War: इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को बड़ी राहत दी है. नेतन्याहू ने बाइडेन से कहा है कि इजराइल ईरानी न्यूक्लियर और एनर्जी साइट्स पर हमला नहीं करेगा. इससे पहले खबर थी कि इजराइल, ईरान के न्यूक्लियर और एनर्जी साइट्स पर हमला करेगा. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइल को इसके लिए उकसाया भी था.

auth-image
Edited By: Vineet
Israel Hezbollah War
Courtesy: GPO

Israel Hezbollah War: इजराइल की ओऱ से अमेरिकी को बड़ी राहत मिली है. दरअसल, कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि इजराइल जल्द ही ईरान के न्यूक्लियर प्लांट्स और एनर्जी साइट्स को निशाना बना सकता है. इन रिपोर्ट्स के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की ओर से कहा भी गया कि था कि अगर ऐसा हुआ तो फिर अमेरिका, इजराइल का साथ नहीं देगा. हालांकि, अब इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति से कहा है कि इजराइली आर्मी ईरान के न्यूक्लियर औऱ एनर्जी प्लांट्स पर हमला नहीं करेगा.

कुछ दिनों पहले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन कैंडिडेट और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बयान में कहा था कि इजराइल को सबसे पहले ईरान के न्यूक्लियर प्लांट्स औऱ एनर्जी साइट्स को निशाना बनाना चाहिए. बाकी बात बाद में देखनी चाहिए.

लेबनान के अंदरूनी इलाके बालबेक में इज़राइली हमले की खबर

लेबनानी मीडिया ने पूर्वोत्तर लेबनान के बालबेक और बेका घाटी क्षेत्र में इजराइली हवाई हमलों की रिपोर्ट दी है. एमटीवी लेबनान के अनुसार, बालबेक और आसपास के शहरों में रात 1 बजे से कम से कम 10 हमले हुए हैं. स्टेशन ने बालबेक के दक्षिण में स्थित डौरिस शहर से फुटेज शेयर की है, जिसमें एक इमारत में आग लगी हुई दिखाई दे रही है.

इन हमलों की खबर हिजबुल्लाह समर्थक अल-मेयदीन समाचार आउटलेट ने भी दी है. बालबेक, जिसे पहले में हिजबुल्लाह का गढ़ माना जाता था, इजराइली सीमा से लगभग 100 किलोमीटर (60 मील) दूर, सीरिया की सीमा के पास है. पिछले महीने के अंत में इजराइल की ओर से हिजबुल्लाह के खिलाफ तीव्र आक्रमण शुरू करने के बाद से इस क्षेत्र को कई बार निशाना बनाया गया है.

न्यूयॉर्क में इजरायल विरोधी प्रदर्शन में सैकड़ों यहूदी कार्यकर्ता, सहयोगी गिरफ्तार

पुलिस का कहना है कि उन्होंने 200 से अधिक फिलीस्तीनी समर्थक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है, जो गाजा में हमास के खिलाफ इजरायल के युद्ध के लिए अमेरिकी समर्थन को समाप्त करने की मांग को लेकर न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज के बाहर धरना दे रहे थे.

प्रदर्शनकारियों, जिनमें से कई यहूदी वॉयस फॉर पीस जैसे कार्यकर्ता समूहों से थे, ने निचले मैनहट्टन में वॉल स्ट्रीट के पास एक्सचेंज की प्रतिष्ठित इमारत के सामने 'गाजा को रहने दो' और 'नरसंहार को फंडिंग करना बंद करो' के नारे लगाए. कोई भी प्रदर्शनकारी स्टॉक एक्सचेंज के अंदर नहीं गया, लेकिन दर्जनों प्रदर्शनकारियों ने ब्रॉड स्ट्रीट स्थित मुख्य भवन के बाहर लगाई गई पुलिस सुरक्षा बाड़ को पार कर लिया.

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि 206 लोगों को गिरफ्तार किया गया, लेकिन उन्होंने विस्तृत जानकारी नहीं दी. विरोध प्रदर्शन में शामिल यहूदी समूहों का कहना है कि करीब 500 प्रदर्शनकारी शामिल हुए. स्टॉक एक्सचेंज ने तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है.

प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी रक्षा ठेकेदारों और हथियार निर्माताओं के खिलाफ़ अपना गुस्सा जाहिर किया. अन्य लोगों ने लेबनान में इजरायली हमलों के खिलाफ़ नारे लगाए, जहां इजरायल का कहना है कि वह ईरान समर्थित हिजबुल्लाह आतंकवादियों के खिलाफ़ युद्ध छेड़ रहा है.

यहूदी वॉयस फॉर पीस ने एक्स पर कहा कि यहूदी और उनके मित्र न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज को बंद कर रहे हैं ताकि अमेरिका इजरायल को हथियार देना और नरसंहार से लाभ कमाना बंद करे. इजरायल ने विश्व न्यायालय में नरसंहार के आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि गाजा में उसके सैन्य अभियान हमास आतंकवादियों को निशाना बनाकर चलाए जा रहे हैं. प्रदर्शन स्थल पर इजरायल समर्थक प्रदर्शनकारियों की संख्या भी काफी कम थी, जो इजरायली झंडे लिए हुए थे.

हिज़्बुल्लाह ने देर रात रॉकेट हमले का दावा किया

हिजबुल्लाह ने कुछ मिनट पहले इजरायल पर दागे गए रॉकेटों की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि इनका लक्ष्य लेबनानी सीमा के निकट सैनिक थे. हमलों में किसी के घायल होने या क्षति की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है. उधऱ, पश्चिमी गैलिली के निकट उत्तरी शहर श्टुला में रॉकेट सायरन बज रहे हैं. ये अलर्ट पूर्वी गैलिली पैनहैंडल में किरयात शमोना के निकट मार्गालियट में रॉकेट अलार्म बजने के कुछ ही मिनट बाद जारी किया गया. किसी भी प्रकार के प्रभाव या चोट की तत्काल कोई सूचना नहीं है.

ऑस्ट्रेलिया ने अपने नागरिकों से कहा कि वे इजराइल से दूर रहें, जब तक संभव हो वहां से चले जाएं

ऑस्ट्रेलिया अपने नागरिकों को इजरायल की यात्रा न करने की चेतावनी दे रहा है तथा वहां के ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों से आग्रह कर रहा है कि जब तक वाणिज्यिक उड़ानें उपलब्ध हैं, वे देश छोड़ दें. विदेश मंत्री पेनी वोंग ने सोमवार देर शाम एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि ऑस्ट्रेलियाई सरकार को इस बात की गंभीर चिंता है कि इजरायल और कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्रों में सुरक्षा स्थिति तेजी से बिगड़ सकती है.

ऑस्ट्रेलियाई सरकार के यात्रा परामर्श में कहा गया है कि पूरे क्षेत्र में इजरायल और इजरायली हितों के विरुद्ध सैन्य और आतंकवादी हमलों का खतरा बना हुआ है. वोंग ने तेहरान की ओर से 1 अक्टूबर को इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइल हमले के जवाब में उसके मिसाइल कार्यक्रम से जुड़े पांच ईरानियों पर प्रतिबंधों की भी घोषणा की. उन्होंने एक बयान में कहा कि ईरान का मिसाइल कार्यक्रम क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करता है.