Netanyahu Ceasefire Conditions: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को स्थायी युद्ध विराम के लिए एक शर्त रखी. शर्त में कहा गया कि इजरायल तब तक गाजा बॉर्डर कॉरिडोर को नहीं छोड़ेगा जब तक कि गाजा और मिस्र के बीच का सीमा क्षेत्र इस्लामवादी आंदोलन हमास के लिए इस्तेमाल होने से मुक्त नहीं हो जाता. नेतन्याहू ने यरुशलम में एक न्यूज कॉन्फ्रेंस में कहा कि जब तक ऐसा नहीं होता, हम वहीं रहेंगे.
नेतन्याहू ने इस बात की गारंटी की आवश्यकता पर जोर दिया कि गाजा को हमास के लिए हथियारों और आपूर्ति की तस्करी का मार्ग बनने से रोका जा सकेगा. उन्होंने कहा कि किसी को तो वहां होना ही चाहिए. मुझे कोई ऐसा व्यक्ति लाओ जो वास्तव में यह दिखा सके. कागज़ पर नहीं, शब्दों में नहीं, स्लाइड पर नहीं, बल्कि दिन-प्रतिदिन, सप्ताह-दर-सप्ताह, महीने-दर-महीने, कि वास्तव में वहां पहले जो हुआ था, वे (हमास) उसकी पुनरावृत्ति को रोक सकते हैं.
नेतन्याहू ने हमास की ओर से 7 अक्टूबर को इजरायल पर किए गए हमले का जिक्र कर कहा कि हम इस पर विचार करने के लिए तैयार हैं, लेकिन मुझे अभी ऐसा होता नहीं दिख रहा है. नेतन्याहू की ये टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब अमेरिका युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई के लिए एक नया प्रस्ताव तैयार कर रहा है, जिससे 11 महीने से चल रहे युद्ध को रोकने की उम्मीद है.
इजरायल के प्रधानमंत्री ने फिलाडेल्फी कॉरिडोर से वापसी को अस्वीकार कर दिया, जो मिस्र की सीमा से लगे गाजा पट्टी के दक्षिणी किनारे से लगा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये कॉरिडोर गाजा में लड़ाई को रोकने और फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में इजरायली बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए एक समझौते तक पहुंचने में एक बड़ी बाधा रहा है.
नेतन्याहू ने कॉरिडोर पर नियंत्रण बनाए रखने पर जोर दिया, जहां इजरायली सैनिकों ने कई सुरंगों की खोज की है, जिनके बारे में अधिकारियों का दावा है कि उनका इस्तेमाल हमास को हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति करने के लिए किया गया है.
इजरायली पीएम ने ये भी कहा कि हमास ने गाजा में युद्धविराम प्रस्ताव के सभी तत्वों को अस्वीकार कर दिया है, जो बंधकों की रिहाई की सुविधा प्रदान करता. नेतन्याहू ने कहा कि हमास ने सब कुछ अस्वीकार कर दिया है... मुझे उम्मीद है कि इसमें बदलाव आएगा क्योंकि मैं उन बंधकों को बाहर निकालना चाहता हूं.
उन्होंने एक दिन पहले विदेश विभाग की ओर से ये कहे जाने के बाद कि उस सौदे को अंतिम रूप देने का समय आ गया है सफलता की संभावना पर संदेह जताया. नेतन्याहू ने कहा कि हम बातचीत शुरू करने के लिए कुछ एरिया खोजने की कोशिश कर रहे हैं और आगे कहा कि उन्होंने (हमास) ऐसा करने से इनकार कर दिया...हमास ने कहा है कि बात करने के लिए कुछ भी नहीं है.