76 लोगों को ले जा रहे विमान में लगी आग, नेपाल के काठमांडू में VOR लैंडिंग
76 लोगों को ले जा रहे एक विमान की नेपाल के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर VOR लैंडिंग कराई गई. विमान के बाएं इंजन में आग लगने के बाद पायलट ने वीओआर लैंडिंग कराने का फैसला किया.
Kathmandu Plane Fire: बुद्ध एयर के एक विमान को सोमवार को नेपाल के काठमांडू में त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर VOR लैंडिंग करनी पड़ी, क्योंकि उसके बाएं इंजन में आग लग गई थी. त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे ने एक विज्ञप्ति में कहा कि विमान में चालक दल सहित 76 लोग सवार थे.
गनीमत की बात यह है कि अभी तक इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. विमान में क्रू मेंबर समेत कुल 76 लोग सवार थे. नेपाल सरकार ने इस हादसे को लेकर एक प्रेस विज्ञप्ति जाारी की है. इसके मुताबिक, बुद्धा एयर के एक विमान में उसके बाएं इंजन में आग लग गई. यह हादसा तब हुआ, जब विमान नेपाल की राजधानी काठमांडू से 43 किलोमीटर दूर था. जिसके बाद सिंगल इंजन पर इसे काठमांडू लाया गया और सुबह 11:15 बजे इसकी त्रिभुअन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर वीओआर लैंडिंग कराई गई. प्लेन में सवार सभी यात्री और क्रू मेंबर सुरक्षित बताए जा रहे हैं.
VOR लैंडिंग क्या है?
VOR लैंडिंग पायलटों के लिए एक ऐसा तरीका है जिसके जरिए वे वीओआर (Very High Frequency Omnidirectional Range) नाम के ग्राउंड-आधारित रेडियो स्टेशन से सिग्नल का इस्तेमाल करके विमान को नेविगेट और लैंड करते हैं. यह तरीका पायलटों को रनवे के साथ जहाज को लाइन अप करने में मदद करता है. पायलट ऐसा तब करते हैं, जब उनको सामने कुछ दिखाई नहीं देता, या वो किसी वजह से सामने नहीं देख पाते हैं.
नेपाल में व्यवस्था की कमी
नेपाल में हर साल इस तरह के बड़े विमान हादसे होते रहते हैं. नेपाल एक पहाड़ी क्षेत्रों वाला इलाका है. ऐसे में यहां पर विमान का संचालन थोड़ा कठिन कार्य है. दूसरी तरफ कमजोर ट्रेनिंग और कमजोर व्यवस्था की वजह से अक्सर नेपाल में इस तरह के हादसे होते रहते हैं.
हर साल एक हादसा
एक रिपोर्ट के मुताबिक, नेपाल में औसत हर साल एक प्लेन क्रैश होता है. साल 2010 से 2023 के बीच नेपाल में 12 प्लेन क्रैश हो चुके हैं. जनवरी 2023 में यहां एक बड़ा विमान हादसा हुआ था, जब यति एयरलाइंस का विमान काठमांडू से 205 किलोमीटर दूर पोखरा में क्रैश हो गया था.