Nasa News: मंगल गृह पर पानी होने के सबूत मिले हैं. अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने मंगल गृह पर भेजे गए पर्सीवरेंस रोवर के डेटा से इसकी पुष्टि की है. इस रोवर को नासा ने 2021 में मंगल गृह पर जीवन तलाशने के लिए रवाना किया था. इस रोवर ने मंगल गृह के जजीरो क्रेटर से चट्टानों के सैंपल लिए थे. इसके साथ ही पानी की खोज के लिए प्रयोग किये थे.
रिपोर्ट के अनुसार, ओस्लो यूनिवर्सिटी और यूसीएलए के साइंटिस्ट की एक टीम ने रोवर के डेटा का अध्ययन किया और बताया कि मार्स की जमीन के 65 फीट नीचे मिट्टी के कणों में नमी पाई गई है. वैज्ञानिकों ने इससे जुड़ी अपनी स्टडी शुक्रवार को पब्लिश की है. वैज्ञानिकों ने कहा कि जजीरो क्रेटर मंगल ग्रह की वह जगह है जहां कभी विशाल झील हुआ करती थी. वैज्ञानिकों ने कहा कि सूक्ष्मजीवों के तौर पर यहां भी कभी जीवन था.
वैज्ञानिकों ने यह भी कहा कि जीवनरहित दिखने वाला मार्स कभी, गर्म पानी वाला और रहने लायक गृह था. वैज्ञानिक पहले से ही इस बात को लेकर आशान्वित थे कि जजीरो क्रेटर पर कभी पानी हुआ करता था. इसी पुष्टि के लिए नासा ने अपने पर्सीवरेंस रोवर को यहां उतारा था.
नासा ने बताया कि पर्सीवरेंस रोवर 18-19 फरवरी 2021 की रात मंगल गृह पर पानी और जीवन की तलाश के लिए उतरा था. इसने रात दो बजे मार्स की सबसे खतरनाक सतह जजीरो क्रेटर पर लैंडिंग की थी. 6 पहियों वाला रोवर यह सात माह में 47 करोड़ किमी की यात्रा के बाद अपने लक्ष्य पर पहुंचा था.