Mystery Of Gold and Platinum Origin: धरती पर सोना और प्लेटिनम जैसी बहुमूल्य धातुओं की उत्पत्ति कैसे हुई यह वैज्ञानिक समुदाय के लिए हमेशा शोध का विषय रहा है. इससे जुड़ी एक भयानक विस्फोट की थ्योरी सामने आई है जिससे धरती पर बहुमूल्य धातुओं के बारे में हमें महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद थी लेकिन इस थ्योरी से एक नए रहस्य से पर्दा उठा है.
नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी ने शुक्रवार को कहा कि अब तक का सबसे चमकीला गामा किरण विस्फोट GRB 221009A एक विशालकाय तारे के ढहने के कारण हुआ था. इस स्टडी में वैज्ञानिकों को सोने और प्लैटिनम जैसे भारी तत्वों का भी कोई प्रमाण नहीं मिला है. इसका अर्थ है वैज्ञानिक समुदाय के पास आज भी धरती पर बहुमूल्य धातुओं की उत्पत्ति से जुड़ा प्रश्न अनसुलझा है.
गामा रे विस्फोट ब्रह्मांड में होने वाला अब तक का सबसे भयानक विस्फोट है. इस विस्फोट से सूर्य के प्रकाश से एक क्विंटिलियन गुना (10 की पॉवर 18 गुना ) प्रकाश निकलता है. गामा रे विस्फोट की खोज दुर्घटनावश हुई थी लेकिन वतर्मान वैज्ञानिक अनुसंधानों से पता चलता है यह भयानक विस्फोट ब्लैक होल के जन्म का इशारा करता है.
GRB 221009A को अक्टूबर 2022 में रिकॉर्ड किया गया था. इसे BOAT या अब तक का सबसे चमकीला तारा कहा जाता है. नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी और अन्य संस्थानों के शोधकर्ताओं ने यह पुष्टि करने के लिए जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप का भी उपयोग किया और बताया कि यह भयानक विस्फोट विशाल तारे के ढहने और विस्फोट के कारण हुआ था. यह विस्फोट हमारे ग्रह से 2 अरब प्रकाश वर्ष दूर हुआ था जो कुछ सौ सेकेंड तक ही चला था. इसका प्रभाव पृथ्वी पर मौजूद गामा रे डिटेक्टर पर भी पड़ा था.
रिपोर्ट के मुताबिक, वैज्ञानिक मान रहे थे कि खोजे गए नए सुपरनोवा से प्लैटिनम और सोने जैसी भारी धातुओं के प्रमाण मिल सकते हैं लेकिन जेम्स वेब टेलिस्कोप का यूज करने के बाद इन धातुओं से जुड़े कोई प्रमाण नहीं मिले. यूनिवर्स में भारी धातुओं की उत्पत्ति और निर्माण खगोलीय विज्ञान के सबसे बड़े रहस्यों में से एक रहा है. वैज्ञानिकों ने बताया कि गामा रे विस्फोट के कारण धरती पर भारी धातुओं का निर्माण कैसे हुआ,यूनिवर्स में भारी धातुओं के अस्तित्व के बारे में जानकारी मिलने की उम्मीद की जा रही थी. जेम्स वेब टेलिस्कोप द्वारा छानबीन करने के बाद सुपरनोवा से भारी तत्वों की उत्पत्ति और निर्माण से जुड़े सबूत प्राप्त नहीं हुए.
.