Khamenei on Nasrallah Death: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई ने शुक्रवार की नमाज के बाद अपने संबोधन में इजराइल पर हाल ही में हुए हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि यह हमला फिलिस्तीन के अधिकारों की रक्षा के लिए किया गया था. उन्होंने साफ किया कि यदि भविष्य में आवश्यकता पड़ी तो फिर से ऐसे हमले किए जाएंगे. खामेनेई ने कहा कि हमने अपनी जिम्मेदारी निभाई है और इसे निभाते रहेंगे. हम न जल्दबाजी करेंगे और न ही रुकेंगे.
खामेनेई ने दुनियाभर के मुस्लिम देशों को आगाह करते हुए कहा कि यदि मुस्लिम देश एकजुट होकर साथ चलेंगे तो अल्लाह की मेहरबानी उन पर बनी रहेगी. उन्होंने कहा कि अगर मुस्लिम देश साथ रहेंगे तो वे दुश्मनों के मंसूबों को नाकाम कर देंगे.
सुप्रीम लीडर खामेनेई ने दुनियाभर के मुस्लिम देशों से एकजुट होने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि मुसलमानों के खिलाफ राजनीति हो रही है, और ऐसे में मुस्लिम समुदाय को एकजुट होकर इसका सामना करना चाहिए. खामेनेई ने बिना नाम लिए अमेरिका पर निशाना साधते हुए कहा कि मुसलमानों के खिलाफ युद्ध की साजिश एक ही देश से आ रही है और हमें उसके खिलाफ सतर्क रहना होगा.
खामेनेई ने हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत को शहादत बताते हुए कहा कि नसरल्लाह ने इजरायल के खिलाफ लड़ते हुए अपनी जान दी. उन्होंने कहा कि उनकी शहादत से ईरान को गहरा दुख पहुंचा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम हार मान चुके हैं. उन्होंने कहा कि हमारा दुश्मन नसरल्लाह की शहादत से डर गया है, लेकिन हम उनके बलिदान को बेकार नहीं जाने देंगे.
अपने संबोधन में अयातुल्लाह अली खामेनेई ने जोर देकर कहा कि इजराइल पर किए गए हमले पूरी तरह से कानूनी और वैध थे. उन्होंने कहा कि हम इजराइल को जवाब देने में न तो देर करेंगे और न ही जल्दबाजी. खामेनेई के इस बयान के बाद ईरान और इजरायल के बीच तनाव और बढ़ गया है. उन्होंने फिलिस्तीनियों के अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ने वालों का समर्थन करने की बात भी दोहराई.