Pakistan News: मुंबई हमले का मास्टरमाइंड साजिद मीर अपनी जिंदगी की अंतिम सांसें गिन रहा है. लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी को पाकिस्तान में जहर दिया गया है वह वहां के एक हॉस्पीटल में वेंटिलेटर सपोर्ट पर है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की कोट लाखपत जेल में बंद मीर को अचानक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह आतंकी पिछले साल जून से सलाखों के पीछे था.
लश्कर के कमांडर को पिछले साल अप्रैल में चुपचाप अरेस्ट कर लिया गया था. FATF एक अंतरसरकारी संगठन है यह धन शोधन सो जुड़े मामलों की जांच करता है. साजिद मीर अमेरिका में भी वांटेड आतंकी है. अमेरिकी खुफिया जांच एजेंसी ने उस पर 41.69 करोड़ रुपये का ईनाम रखा हुआ है. एफबीआई के मुताबिक, मीर ने मुंबई हमलों के बाद प्लास्टिक सर्जरी कराकर अपना चेहरा बदल लिया था.
मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा जा रहा है कि जहर देने की खबर झूठी भी हो सकती है. रिपोर्ट के अनुसार, भारत के खुफिया अधिकारियों का मानना है कि साजिद मीर की मौत का नाटक इसलिए हो रहा है ताकि उसे अमेरिका को प्रत्यर्पित करने से रोका जा सके. मीर एक समय में लश्कर-ए-तैयबा के लिए लोगों को भर्ती करने के साथ ही अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाऊद गिलानी का मुख्य संचालक भी था.
साजिद मीर की सलाह पर ही हेडली ने लश्कर की ओर से अपनी आतंकी गतिविधियों को आसान बनाने के लिए अपना नाम दाउद गिलानी से बदलकर डेविड कोलमैन हेडली कर लिया था. इसके जरिए वह भारत में खुद को एक अमेरिकी के रूप में पेश करना चाहता था. वह न तो मुस्लिम होगाा और न ही पाकिस्तानी.
साजिद मीर ने डेविड कोलमैन हेडली समेत बाकी आतंकवादियों के साथ मुंबई में आतंकवादी हमला करने की प्लानिंग की थी. 15 साल पहले हुए इस हमले ने पूरे हिंदुस्तान को हिलाकर रख दिया था. इस हमले में 166 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.