ग्रिम्सबी, इंग्लैंड की एक महिला, रेबेका हॉलोवे, जो अपने प्रेमी के साथ मिलकर बच्चों का यौन शोषण करने के जघन्य अपराध में शामिल थी, जेल में मृत पाई गई है. 31 वर्षीय हॉलोवे को 2020 में 12 साल छह महीने की सजा सुनाई गई थी, लेकिन सजा के पांच साल से भी कम समय में, 13 फरवरी को डरहम की लो न्यूटन जेल में उसकी मौत हो गई.
ऑनलाइन चैट में किया अपनी हरकतों का बखान
ऑनलाइन सुराग से पकड़े गए आरोपी
लिंकनशायर पुलिस ने इस मामले का खुलासा तब किया जब 28 वर्षीय विल्सन की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर पड़ी. विल्सन, जो स्पाल्डिंग में रहता था, ईबे पर बच्चों के इस्तेमाल किए हुए अंडरवियर खरीदने में गहरी रुचि दिखा रहा था और वेब चैट में बच्चों की अश्लील तस्वीरें साझा कर रहा था. उसके घर से गंदे बच्चों के कपड़ों का एक कचरे का थैला, एक छोटे बच्चे की तस्वीर और फिल्म “लोलिता” की प्रति बरामद हुई. इसके बाद पुलिस को हॉलोवे के साथ उसकी भयानक चैट्स मिलीं, जिसमें बच्चों के यौन शोषण की बातें थीं. हॉलोवे के घर की तलाशी में, जो विल्सन से 60 मील दूर था, सेक्स टॉयज और बच्चों की तस्वीरें मिलीं, जिनमें लड़कियों के अंडरवियर की फोटो भी शामिल थीं. जांच में पता चला कि एक स्कूली लड़की का यौन शोषण और बलात्कार किया गया था, जबकि एक अन्य बच्चे को यौन चोट पहुंचाई गई थी.
कोर्ट में जज का कड़ा रुख
जज पॉल वॉटसन क्यूसी ने सुनवाई के दौरान कहा कि इस जोड़े के आपसी संदेश “सबसे अधिक विकृत और घृणित” थे, जो उन्होंने कभी देखे. उन्होंने कहा कि एक पीड़िता से जब पूछा गया कि उसका कितनी बार बलात्कार हुआ, तो वह केवल “बहुत बार” ही कह सकी. जज ने हॉलोवे से कहा, “तुमने अपने प्रेमी को पीड़ितों को नुकसान पहुंचाने के लिए उकसाया और उसकी हरकतों से तुम्हें बीमार यौन सुख मिलता था. तुम इसमें न सिर्फ तैयार थीं, बल्कि उत्साह से हिस्सा लिया. तुम दोनों के कृत्यों का लंबे समय तक प्रभाव कितना होगा, यह शायद कभी पता न चले.”
सजा और अपराध का विवरण
हॉलोवे और विल्सन ने बच्चों के बलात्कार के दो अपराधों को स्वीकार किया, जिसमें कई मौके शामिल थे. हॉलोवे को 12 साल छह महीने की सजा दी गई, जबकि विल्सन को करीब 30 साल की जेल हुई. हॉलोवे ग्रिम्सबी के रटलैंड स्ट्रीट की रहने वाली थी, जबकि विल्सन लिंकनशायर से था.