UN Report On Afghanistan Earthquake: अफगानिस्तान में पिछले साल भूकंप ने भयानक तबाही मचाई थी. तबाही का स्तर इतना व्यापक था कि लोगों को एक पल संबरने का भी वक्त नहीं मिल सका था. 6.3 तीव्रता से पश्चिमी अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में आए भूकंप ने पूरे इलाके के ताने-बाने को ध्वस्त कर दिया था. इस घटना में व्यापक जान-माल का नुकसान हुआ तकरीबन 2000 से ज्यादा लोगों की इस घटना में मौत हुई. बुधवार को इस घटना में हुए नुकसान के आंकलन से जुड़ी यूएन ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की है. यूएन ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि पश्चिमी अफगानिस्तान के कायाकल्प के लिए 400 मिलियन डॉलर से अधिक धनराशि की आवश्यकता होगी. भारतीय रुपये में इसका मूल्य 3300 करोड़ रुपये के लगभग है.
विश्व बैंक, एशियन विकास बैंक और यूरोपियन यूनियन के सहयोग से निर्मित यूएन की रिपोर्ट में कहा गया कि वेस्ट अफगानिस्तान के हेरात प्रांत के पुर्ननिर्माण और मानवीय सहायता में सहयोग के लिए तात्कालिक तौर पर 402 मिलियन डॉलर की आवश्यकता है. यूएन ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इस धनराशि से सबसे ज्यादा पीड़ित परिवारों की मदद की जाएगी साथ ही बुनियादी आवश्यकताओं और सुरक्षित भूकंपरोधी आवास निर्माण पर ध्यान दिया जाएगा.
यह रिपोर्ट अगस्त 2021 के बाद से पहले वैश्विक संस्थाओं के संयुक्त प्रयासों का प्रतिनिधित्व करती हैं. यह प्रयास आपदा प्रभावित समुदायों की जरूरतों को पूरा करने और उनका समर्थन करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय संकल्प को दर्शाते हैं. यूएन की रिपोर्ट में लगभग 2.2 मिलियन लोगों का सर्वेक्षण किया गया. इसमें गर्भवती महिलाओं, शिशुओं और विकलांग लोगों को भी शामिल किया गया. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख की उप प्रतिनिधि और मानवीय समन्वयक एनड्रिका रतवाटे ने कहा कि हम तत्काल और स्थायी समाधान के लिए लगातार प्रयासरत हैं. यह आपदा हमें और मजबूत और स्थायी समाधान करने का भरोसा देते हैं जो मानव कल्याण के लिए आवश्यक है.
पिछले साल सात अक्टूबर को भूकंप ने अफगानिस्तान में भयंकर तबाही मचाई थी. 6.3 तीव्रता वाला भूकंप अफगान इतिहास के सबसे भयानक भूकंपों में से एक था. इसने हेरात प्रांत में भयानक कहर ढाया. इस दौरान दो हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई. वहीं, हजारों लोग घायल हुए. एशिया की लैंड लाक्ड कंट्री अफगानिस्तान भूकंप के लिहाज से सबसे ज्यादा संवेदनशील इलाकों में से एक है. यहां कई फॉल्ट लाइने हैं और तीन टेक्टॉनिक प्लेटों के बीच में स्थित होने के कारण यहां भूकंप की खतरा हमेशा बना रहता है. इससे पहले मार्च 2022 में भी पूर्वी अफगानिस्तान में आए भूकंप में भी 1000 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई थी.