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'वे मुजीब की मूर्तियां तोड़ रहे हैं, क्या वे उनकी तस्वीर वाली करेंसी रखेंगे?': भारत-बांग्लादेश सीमा पर मनी एक्सचेंजरों की चिंता

Bangladesh Crisis: बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर रहने वाले मनी एक्सचेंजरों की एक बड़ी चिंता सामने आई है. उनका कहना है कि बांग्लादेशी अपने देश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की मूर्तियों को तोड़ रहे हैं, तो क्या वे मुजीब की तस्वीर वाली करेंसी को जारी रखेंगे? इस आशंका के बीच फिलहाल मनी एक्सचेंजर्स रुपये और टका के लेनदेन में सावधानी बरत रहे हैं.

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Edited By: India Daily Live
Bangladesh currency
Courtesy: social media

Bangladesh Crisis: पेट्रापोल लैंड पोर्ट के रास्ते पर मौजूद अपनी 10 बाय 15 फुट की दुकान पर, शीशे के काउंटर के पीछे बैठे 30 साल के अचिंत्य मोंडोल ने निराशा जताया कि सोमवार से कारोबार काफी घट गया है. उन्हें ये भी डर है कि बांग्लादेशी टका पर छपी बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की तस्वीर वाली करेंसी वापस ली जा सकती है यानी बदली जा सकती है. उन्होंने कहा कि मैंने टीवी पर देखा है कि कैसे प्रदर्शनकारी शेख मुजीबुर रहमान की मूर्तियों को गिरा रहे हैं. ये हमारे लिए बहुत बड़ी चिंता का विषय है. अगर वे (बांग्लादेश सरकार) नोट वापस लेने का फैसला करते हैं, तो हमें बड़ी समस्या होंगी.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मेसर्स मौमिता स्टोर में काम करने वाले मोंडोल एशिया के सबसे बड़े पेट्रापोल लैंड पोर्ट पर भारत-बांग्लादेश सीमा चेक-पोस्ट पर 100 से ज़्यादा मनी एक्सचेंज शॉप या काउंटर पर काम करने वाले लोगों में से एक हैं. बांग्लादेशी टका की गड्डियां दिखाते हुए उन्होंने कहा कि यहां लाइसेंस प्राप्त मनी एक्सचेंज शॉप में से हर एक में करेंसी का अच्छा स्टॉक है. लेकिन अब कोई खरीदार नहीं है. आम दिनों में मेरे पास 60 से 70 ग्राहक आते हैं. बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद से ही व्यापार सुस्त है, लेकिन सोमवार से कोई कारोबार नहीं हुआ है.

हर दिन करीब 80 कस्टमर्स आते थे, अब एक भी नहीं: एक्सचेंजर

मंडल की भावनाओं को पेट्रापोल में एक और मनी एक्सचेंज शॉप मेसर्स गौरंगा घोष में काम करने वाले 32 साल के अंजन बैद्य ने भी दोहराया. उन्होंने कहा कि सोमवार से मेरे पास सिर्फ़ एक कस्टमर आया है. आम दिनों में हज़ारों लोग सीमा पार करते हैं और हम व्यस्त रहते हैं. मुझे हर दिन कम से कम 80 कस्टमर मिलते थे. लेकिन अब हमें नहीं पता कि हालात कब सामान्य होंगे. उन्होंने कहा कि पेट्रापोल और कोलकाता दोनों जगहों की कई दुकानों में करोड़ों बांग्लादेशी टका हैं. सभी को दो समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. पहली, कोई ग्राहक नहीं है और दूसरी, बांग्लादेश में मुद्रा वापस लेने का डर है.

मनी एक्सचेंजर भारतीय रुपयों को बांग्लादेशी टका में बदलते हैं (वर्तमान विनिमय दर: 100 रुपये के लिए 70 टका) और बांग्लादेश आने वाले भारतीयों और बांग्लादेशी नागरिकों के लिए सीमा पर डॉलर का आदान-प्रदान भी करते हैं. भारत-बांग्लादेश पर मौजूद कुछ लोगों ने अपनी दुकानें भी बंद कर दी हैं. इनमें छोटे होटल, रेस्तरां, चाय की दुकानें, मनी एक्सचेंज की दुकानें शामिल हैं. जो खुली भी हैं, वहां सन्नाटा पसरा है.

पेट्रोपोल लैंड पोर्ट से आज से कारोबार शुरू होने की उम्मीद

इस बीच, सोमवार को दोपहर 3 बजे से व्यापार रोक दिए जाने के बाद गुरुवार से पेट्रापोल लैंड पोर्ट के ज़रिए मालवाहक वाहनों की आवाजाही शुरू होने की उम्मीद है. पेट्रापोल क्लियरिंग एजेंट्स स्टाफ़ वेलफ़ेयर एसोसिएशन के सचिव कार्तिक चक्रवर्ती ने कहा कि लैंड पोर्ट अथॉरिटी और सीमा सुरक्षा बल से अनुमति मिलने के बाद, हम कल (गुरुवार) सुबह से व्यापार शुरू करने की उम्मीद करते हैं.

बांग्लादेश में संकट ने सोमवार को नया मोड़ ले लिया जब प्रधानमंत्री शेख हसीना (शेख मुजीबुर रहमान की बेटी) ने विरोध प्रदर्शनों के बीच इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ दिया. ग्रामीण बैंक के संस्थापक और नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार का गठन किया जाना है.