Mexico Presidential Election: मैक्सिको में आज राष्ट्रपति चुनाव होना है. दावा किया जा रहा है कि पहली बार किसी महिला को देश की बागडोर संभालते देखा जा सकता है. कई महिलाएं राष्ट्रपति की उम्मीदवार की दौड़ में शामिल हैं. वर्तमान राष्ट्रपति आंद्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर का जल्द ही कार्यकाल खत्म होने वाला है.
मेक्सिको के राष्ट्रपति पद के लिए महिला प्रत्याशी पर्यावरण इंजीनियर से राजनीतिज्ञ बनीं 61 साल की क्लाउडिया शिनबाम सबसे आगे चल रहीं हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, जब क्लाउडिया शिनबाम ओरिजाबा शहर में लोगों से भरे पार्क में रैली के लिए पहुंचती हैं, तो भीड़ 'प्रेसिडेंट' कहकर संबोधित करती है. क्लाउडिया को भी महसूस होने लगता है कि वे मैक्सिको की पहली महिला राष्ट्रपति बनने वाली हैं. अब तक देश में आए सर्वे से ये काफी हद तक सही भी लगता है कि मैक्सिको की अगली राष्ट्रपति क्लाउडिया होंगी. अगर ऐसा हुआ तो मैक्सिको के इतिहास में क्लाउडिया पहली महिला राष्ट्रपति होंगी.
क्लाउडिया का मुकाबला एक अन्य महिला उम्मीदवार जोचिटल गाल्वेज से है. राष्ट्रपति पद की दौड़ में एकमात्र पुरुष जॉर्ज अल्वारेज़ मायनेज़ हैं, जो तीसरे स्थान पर हैं. दावा किया जा रहा है कि मैक्सिको निश्चित रूप से देश के सर्वोच्च पद पर सदियों से चले आ रहे पुरुष वर्चस्व को तोड़ने जा रहा है.
क्लाउडिया शिनबाम मैक्सिको की सत्ता में काबिज मोरेना पार्टी की उम्मीदवार हैं. उन्होंने एक चुनावी भाषण में कहा कि पहले और दूसरे नंबर पर महिला उम्मीदवारों का होना इस बात का संकेत है कि मैक्सिकन समाज विकसित हो रहा है. क्लाउडिया मैक्सिको सिटी की पूर्व मेयर हैं. उन्होंने कैबिनेट में लैंगिक समानता और राज्य के गवर्नर के रूप में काम करने वाली महिलाओं की बड़ी संख्या का जिक्र करते हुए कहा कि मैक्सिको को कई सालों से माचिस्टा देश कहा जाता रहा है. लेकिन अब मेक्सिको में कई महिलाएं शासन कर रही हैं और ये एक बदलाव है. उन्होंने कहा कि मैं युवा लड़कियों को देखती हूं जो इस बात से उत्साहित हैं कि एक महिला राष्ट्रपति बनने जा रही है और ये महिलाओं और पुरुषों के लिए संस्कृति को बदलने वाला है.
मैक्सिको एक ऐसा देश है जहां औसतन प्रतिदिन लगभग 11 महिलाओं की हत्या होती है. वेराक्रूज़ में महिला हत्या के मामले में पांच सबसे खराब राज्यों में से एक है. क्लाउडिया ने कहा है कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा को कम करने के लिए और अधिक काम किए जाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि ऐसा कहना भले ही आसान है, लेकिन ये काफी मुश्किल भी है. उन्होंने कहा कि परिवर्तन रातोंरात नहीं होते हैं. पूरे अभियान के दौरान उनका संदेश एक ही रहा है. उनका कहना है कि अगर वे निर्वाचित होती हैं तो वे अपने गुरु वर्तमान राष्ट्रपति आंद्रेस मैनुअल लोपेज़ ओब्रेडोर की ओर से शुरू की गई सामाजिक और राजनीतिक प्रक्रिया को जारी रखेंगी.
उधर, राष्ट्रपति पद के लिए दूसरे नंबर की उम्मीदवार टेक उद्यमी से राजनेता बनीं ज़ोचिटल गाल्वेज़ ने कहा कि राष्ट्रपति लोपेज़ ओब्रेडोर लोकलुभावन व्यक्ति हैं और क्लाउडिया को सिर्फ कठपुतली के रूप में इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने कहा कि मुझे अपने बारे में पूरा भरोसा है. बेशक मैं लोपेज़ ओब्रेडोर के समान ही आंदोलन से हूं. हमने 20 से ज़्यादा सालों तक एक साथ मिलकर सरकार पाने के लिए लड़ाई लड़ी, मेक्सिको के लोगों के लिए अवसर और अधिकार जीते.
गाल्वेज़ ने अपने कैंपेन के दौरान वर्तमान सरकार पर भाई-भतीजावाद और सत्ता के व्यापक दुरुपयोग का आरोप लगाया. उन्होंने राष्ट्रपति लोपेज़ ओब्रेडोर के छह वर्षों के कार्यकाल की आलोचना की. उन्होंने आखिरी टेलीविजन बहस में कहा कि सरकार की असफल सामाजिक नीतियों के कारण मेक्सिकोवासियों का मासिक बजट बहुत कम हो गया है. 9 मिलियन लोग अत्यधिक गरीबी में जी रहे हैं. उन्होंने पेंशन की आयु 65 वर्ष से घटाकर 60 वर्ष करने का वादा किया.