Israel Palestine War: किसी शायर ने कहा है "एक आबाद बस्ती वीरान हो गई, फिजा किलकारियों की सुनसान हो गई, खंडहर है महलों जैसे अश्कों में भीगे भीगे, यही मेरे अंजुमन की पहचान हो गई" कुछ यही हाल इन दिनों फिलिस्तीनी शहर गाजा के हैं. 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हुए हमास के एक हमले से शुरू हुए इजराइल-फिलिस्तीन युद्ध में अब तक हजारों मौतें हो चुकी हैं. इसमें सबसे ज्यादा जनहानि गाजा को हुई है.
लौटेगी रौनक या रहेगी वीरानी
मौतों का आंकड़ा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 7 महीने से चल रहे युद्ध में अब तक करीब 37 हजार लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें से लगभग 35,000 फिलिस्तीनी नागरिक और 1,200 इजरायली नागरिक शामिल हैं. सबसे ज्यादा जनहानि गाजा पट्टी में हुई है. यहां 30 हजार से ज्यादा मौतों की बात कही जा रही है.
लाशें ही लाशें
इजराइल, मिस्र और भूमध्य सागर के बीच 25 मील लंबी भूमि की पट्टी गाजा है. यहां 20 लाख से अधिक फिलिस्तीनी नागरिक रहते हैं. हालांकि, फिलिस्तीन के इस हिस्से में 2007 से हमास का कब्जा है. युद्ध से पहले इस इलाके में खुशहाली हुआ करती थी लेकिन अब यहां वीरानी छाई हुई है. क्योंकि यहां 30 हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं.
मिली सामूहिक कब्रें
खाली किए गए इलाकों में अब धीरे-धीरे फिलिस्तीन के अधिकारी पहुंच रहे हैं. वो इन इलाकों की जांच कर रहे हैं. फिलीस्तीनी अधिकारियों ने दावा किया है कि उन्हें तीन अस्पतालों और उसके आसपास सामूहिक कब्रें मिलीं हैं. जहां भारी संख्या में लोगों को दफनाया गया है. ये सभी लोग इजराइल के नरसंहार में मारे गए हैं.
खंडहर सा शहर
युद्ध के 7 महीने बाद अब फिलिस्तीन के कई इलाकों को इजराइली सेना ने खाली कर दिया है. लेकिन, युद्धकाल ने शहरों को बदल दिया है. गाजा की कई इमारतें ध्वस्त हो गई हैं. देखने में ये इलाके किसी खंडहर सी नजर आते हैं. चारो तरफ धूल और मलवा ही जलवा दिखाई पड़ता है.
किसकी लाशें अपराधी कौन?
नई सामूहिक कब्रों से मिली करीब 500 से ज्यादा लाशों को लेकर अब दुनियाभर में चर्चा शुरू हो गई है. फिलिस्तीन का आरोप है कि शवों पर गहरे जख्म के निशान हैं और अंग भंग किए गए हैं. ऐसा कर इजराइली सेना ने वार क्राइम किया है. हालांकि, इजराइल ने इसे सिरे से नकारते कहा है कि ये शव आतंकवादियों के हैं जिन्हें फिलिस्तीन के लोगों ने ही दफनाए हैं.