Khartoum: दो साल तक चले भीषण युद्ध के बाद सूडानी सेना ने राजधानी खार्तूम के राष्ट्रपति भवन (रिपब्लिकन पैलेस) पर फिर से कब्जा कर लिया है. इसके अलावा, सेना ने कई अन्य मंत्रालयों पर भी नियंत्रण स्थापित कर लिया है. इस जीत को रणनीतिक और प्रतीकात्मक दोनों रूपों में अहम माना जा रहा है. हालांकि, इस संघर्ष से सूडान में राजनीतिक अस्थिरता और गहरा सकती है.
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Footage showing the first Army soldiers entering the Palace.
— Mohanad (@MohanadElbalal) March 21, 2025
This UAE sponsored militia captured the Palace in the first hours after launching its assault to take over the capital; but the plot to takeover Sudan failed and now these terrorists face being routed in to oblivion pic.twitter.com/H9KBg5rD8u
सैनिकों ने मनाया जीत का जश्न
राष्ट्रपति भवन पर कब्जे के बाद, सैनिकों ने रमजान के 21वें दिन का जिक्र करते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो साझा किए.
सूडान के सूचना मंत्री खालिद अल-ऐसर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''आज झंडा फहराया गया है, महल वापस आ गया है और जीत पूरी होने तक यह यात्रा जारी रहेगी.''
युद्ध का टर्निंग पॉइंट?
नील नदी के किनारे स्थित रिपब्लिकन पैलेस सूडानी सरकार की केंद्रीय शक्ति का प्रतीक रहा है.
RSF ने किया पलटवार, लड़ाई जारी
बता दें कि RSF ने इस हार को आधिकारिक रूप से स्वीकार नहीं किया है, लेकिन इसने सूडान के अन्य हिस्सों में अपनी पकड़ बनाए रखने का दावा किया है.
सूडान में सालों से चल रहा है संघर्ष
सूडान ने 2019 में उमर अल-बशीर को हटाने के बाद से लगातार अराजकता का सामना किया है.