शनिवार को दक्षिणी लेबनान पर इज़रायली तोपखाने और हवाई हमलों के बाद, लेबनान के संकटग्रस्त प्रधानमंत्री नावाफ सलाम ने चेतावनी दी कि उनका देश एक "नए युद्ध" में फंस सकता है. सलाम ने कहा, "दक्षिणी सीमा पर सैन्य गतिविधियों के फिर से शुरू होने का खतरा है, जो लेबनान और इसके लोगों के लिए मुसीबतें ला सकता है."
संघर्षविराम खत्म होने के बाद इजरायल की कार्रवाई
इज़रायल ने दावा किया कि उसने सीमा पार से दागे गए रॉकेटों को रोक दिया. इज़रायली सेना के अनुसार, लेबनानी क्षेत्र से तीन रॉकेट छोड़े गए थे. यह घटना गाजा में हमास के साथ संघर्षविराम खत्म होने के कुछ दिनों बाद हुई, जो हिजबुल्लाह का सहयोगी है. लेबनान की सरकारी समाचार एजेंसी ने बताया कि इज़रायली हमलों ने दक्षिणी लेबनान के दो कस्बों को निशाना बनाया, जबकि तीन अन्य सीमावर्ती कस्बों पर हवाई हमले हुए. इज़रायली सेना ने कहा कि वह सुबह के हमले का "कड़ा जवाब" देगी.
हम बर्दाश्त नहीं करेंगे
रक्षा मंत्री योआव काट्ज ने कहा, "हम लेबनान से गलील क्षेत्र की बस्तियों पर रॉकेट हमले बर्दाश्त नहीं करेंगे. लेबनानी सरकार अपनी जमीन से होने वाले हमलों की जिम्मेदार है." उन्होंने आगे कहा, "मेटुला के लिए जो नियम है, वही बेरूत के लिए भी लागू होगा."
2023 में हमास के इज़रायल पर हमले ने क्षेत्र को लंबे संघर्ष में झोंक दिया था. इसके बाद हिजबुल्लाह ने हमास के समर्थन में इज़रायल पर हमला किया, जिसके जवाब में इज़रायल ने सटीक हमलों से दोनों समूहों के शीर्ष नेताओं को निशाना बनाया. नावाफ सलाम ने चेतावनी दी कि दक्षिण में सैन्य कार्रवाई फिर से शुरू हो सकती है. उन्होंने कहा, "युद्ध और शांति के मामलों में लेबनान को अपना फैसला लेने का हक है, इसके लिए सभी सुरक्षा उपाय जरूरी हैं."
लेबनान ने किये इजरायल पर हमले
इजरायल के हवाई हमलों का जवाब देते हुए लेबनान ने भी इजरायल के मेतुला शहर में हवाई हमले किए. हालांकि इजरायल का कहना है कि उसने लेबनान द्वारा दागे गए तीनों राकेटों को नाकाम कर दिया. इस हमले में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. इन हवाई हमलों को लेकर इजरायल ने लेबनान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है.