Kathmandu Curfew Lifted: काठमांडू के पूर्वी इलाकों में सुरक्षा बलों और प्रो-मोनार्ची प्रोटेस्टर्स के बीच हिंसक झड़पों के बाद पूर्वी इलाकों में कर्फ्यू लगाया दिया गया था. इसके बाद अब नेपाल के अधिकारियों और सुरक्षा बलों ने कर्फ्यू को हटा दिया है. शुक्रवार को तिनकुने इलाके में शुरू हुई अशांति के कारण बड़े पैमाने पर तबाही हुई और लोगों का नुकसान हुआ.
बता दें कि यह प्रदर्शन काठमांडू एयरपोर्ट के पास तिनकुने पार्क इलाके में शुरू हुआ, जहां राजशाही समर्थक इकट्ठा हुए और राजशाही की बहाली और हिंदू राज्य की स्थापना के नारे लगाए. प्रदर्शनकारियों ने पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह को वापस लाने की मांग की. बता दें कि इन्होंने लोकतंत्र दिवस (19 फरवरी) पर राजशाहीवादियों के बीच एकता की अपील की थी.
प्रदर्शन करते समय लगभग 3 बजे तनाव बढ़ गया जब प्रदर्शनकारियों ने आगे बढ़ने की कोशिश की. इस मामले को ठीक करने के लिए सुरक्षा बलों ने हस्तक्षेप किया, जिससे हिंसक झड़पें हुईं. पुलिस ने इन्हें रोकने के लिए गोलीबारी की, जिसमें एक प्रदर्शनकारी घायल हो गया. इसके जवाब में प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स तोड़ दिए. ये सभी सड़कों पर उतर आए और बिल्डिंग्स में तोड़तोड़ शुरू कर दी.
इस दौरान 3 लोगों की मौत हो गई. इसमें एक पत्रकार भी था जिसे जिंदा जला दिया गया और दो राजशाही समर्थक भी थे. हिंसा में कम से कम 53 पुलिस अधिकारी, 22 सशस्त्र पुलिस बल के जवान और 35 प्रदर्शनकारी घायल हुए. प्रदर्शनों के दौरान 14 इमारतों में आग लगा दी गई, जबकि नौ में भारी तोड़फोड़ की गई.
फिलहाल, प्रभावित क्षेत्रों में शांति है. गृह मंत्री रमेश लेखक, गृह सचिव और पुलिस प्रमुख सहित वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल की टेस्टिंग कर रही हैं. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए फिलहाल अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं.