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ब्रिटेन में कश्मीरियों का जलवा, दो सांसदों को कैबिनेट में मिली जगह, जानिए हैं कौन

नए मंत्रिमंडल में एकमात्र भारतीय मूल की सांसद लिसा नंदी ने शैडो विदेश सचिव की भूमिका में होंगी. यह जुलाई 2019 में बोरिस जॉनसन द्वारा गठित मंत्रिमंडल से बिल्कुल अलग है, जो ब्रिटिश इतिहास में सबसे विविधतापूर्ण था. इस बीच ब्रिटिश पाकिस्तानी सांसद शबाना महमूद को न्याय सचिव नियुक्त किया गया है. वो कश्मीर को लेकर भारत सरकार की कड़ी आलोचना करती रही हैं.

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Edited By: India Daily Live
MP Shabana Mahmood
Courtesy: Social Media

ब्रिटेन में हुए आम चुनाव में  लेबर पार्टी को बड़ी जीत मिली. सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी 14 साल बाद लेबर पार्टी से चुनाव हार गई. लेबर पार्टी के 61 साल के कीर स्टार्मर देश के 58वें प्रधानमंत्री बन गए हैं. उनके मंत्रिमंडल में भारतीय मूल के नेताओं को जगह मिली है. केवल एक भारतीय मूल की सांसद लिसा नंदी नए ब्रिटिश प्रधान मंत्री के मंत्रिमंडल में जगह बना पाई हैं, जबकि अब लेबर पार्टी में 19 पीआईओ सांसद हैं. इस बीच ब्रिटिश पाकिस्तानी सांसद शबाना महमूद, जो कश्मीर को लेकर भारतीय सरकार की कड़ी आलोचक रही हैं, को न्याय सचिव नियुक्त किया गया है.

नए मंत्रिमंडल में एकमात्र भारतीय मूल की सांसद लिसा नंदी ने शैडो विदेश सचिव की भूमिका निभाएंगी. यह जुलाई 2019 में बोरिस जॉनसन द्वारा गठित मंत्रिमंडल से बिल्कुल अलग है, जो ब्रिटिश इतिहास में सबसे विविधतापूर्ण था. इस बीच, ब्रिटिश पाकिस्तानी सांसद शबाना महमूद, जो कश्मीर को लेकर भारत सरकार की कड़ी आलोचना करती रही हैं को न्याय सचिव नियुक्त किया गया है.

लिसा नंदी को मिली जगह

मैनचेस्टर में जन्मी लिसा नंदी (44), जो स्टारमर की पूर्व नेतृत्व प्रतिद्वंद्वी थीं, अब संस्कृति, मीडिया और खेल के लिए राज्य सचिव हैं. उन्होंने पहले विदेश सचिव सहित कई कैबिनेट भूमिकाएं निभाई हैं. सितंबर 2023 में स्टारमर ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय विकास के लिए शैडो कैबिनेट मंत्री के रूप में प्रमोशन कर दिया था जून 2019 में जब जेरेमी कॉर्बिन लेबर पार्टी के नेता थे, तब उन्होंने फ्रंटबेंचर के पद से इस्तीफा दे दिया था. 

पीओके का समर्थन करने वाली पाकिस्तानी मूल की नेता को दी कैबिनेट में जगह

महमूद का जन्म बर्मिंघम में हुआ था और उनके माता-पिता पीओके के मीरपुर के बाब-ए-यम गांव में पैदा हुए थे. वह कश्मीरी लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार का समर्थन करती हैं और उन्होंने कई बार हाउस ऑफ कॉमन्स में कश्मीर में भारत की कार्रवाई की निंदा की है. उन्होंने इस क्षेत्र में स्वतंत्र पर्यवेक्षकों को भेजने का आह्वान किया है.

जॉनसन ने भारतीय मूल के सांसदों- प्रीति पटेल, ऋषि सुनक और आलोक शर्मा को तीन कैबिनेट पद दिए. उस कैबिनेट में अन्य जातीय अल्पसंख्यकों में जेम्स क्लेवरली, साजिद जाविद और क्वासी क्वार्टेंग शामिल थे.हिंदू फोरम ऑफ ब्रिटेन की अध्यक्ष तृप्ति पटेल ने कहा कि मुझे लगता है कि कैबिनेट की नियुक्ति योग्यता के आधार पर की जानी चाहिए. यह वह काम है जो वह करता है जो मायने रखता है.