menu-icon
India Daily

क्या वाकई पाकिस्तान को मिल गया है समंदर में खजाना? अब सामने आई सच्चाई

Pakistan News: तेल और गैस विकास कंपनी (ओजीडीसीएल) के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि हाइड्रोकार्बन संसाधनों की क्षमता का अनुमान लगाने और उसे परिभाषित करने के लिए सर्वेक्षण डेटा पर अभी भी काम चल रहा है और यह कहना जल्दबाजी होगी कि यह भंडार मिल गए हैं

auth-image
Edited By: India Daily Live
Pakistan News
Courtesy: Social

Pakistan News: बीते दिनों पाकिस्तानी हुकूमत ने दावा किया था कि उन्हें समंदर में बेशकीमती पेट्रोलियम और हाइड्रोकॉर्बन का भंडार मिला है. हुकूमत के मुताबिक, यह भंडार उनकी आर्थिक तंगहाली को दूर कर पाक को एक सक्षम राष्ट्र बना सकता है. हालांकि इस दौरान पाक के एक शीर्ष अधिकारी का बयान सामने आया है. इस बयान के जरिए इस पूरे मामले की सच्चाई को समझा जा सकता है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाक की तेल और गैस कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि कि पाकिस्तान में भूकंपीय आकलन को अभी तेल एवं गैस भंडार की खोज नहीं माना जा सकता है. 

तेल एवं गैस विकास कंपनी ((OGDCL) के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि यह अरब सागर में केवल एक भूकंपीय आकलन है. उन्होंने यह भी कहा कि यह दावा करना अभी जल्दबाजी होगी कि विशाल हाइड्रोकार्बन भंडार पाया गया है.  हाल ही में खबरें सामने आई थीं जिनमें कहा गया था कि पाक ने एक सहयोगी देश की मदद से तीन साल तक चले सर्वेक्षण अभियान के पाक के जलक्षेत्र में महत्वपूर्ण तेल भंडार की खोज की गई है. 

आर्थिक कठिनाइयों से जूझ रहा पाक 

अधिकारी ने कहा कि हाइड्रोकार्बन संसाधनों की क्षमता का अनुमान लगाने और उसे परिभाषित करने के लिए सर्वेक्षण डेटा पर अभी भी काम चल रहा है. भूकंपीय सर्वेक्षण से केवल समुद्र की सतह के नीचे की संरचनाओं के बारे में जानकारी मिलती है. इससे पहले साल 2018 में भी इसका प्रयास किया गया था.  पाकिस्तान, जो आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहा है, देश में विदेशी और सार्वजनिक-निजी निवेश और भागीदारी को आकर्षित करने के लिए संभावित संसाधनों की तलाश कर रहा है. 

बड़े निवेश की जरूरत 

पाकिस्तान को अपने अपतटीय तेल भंडार की खोज के लिए एक महत्वपूर्ण और बड़े निवेश की आवश्यकता है. इन भंडारों के प्रारंभिक अन्वेषण के लिए ही कम से कम लगभग 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर की जरूरत है. साल 2018 में, अमेरिकी बहुराष्ट्रीय तेल और गैस कंपनी एक्सॉनमोबिल ने 5,000 मीटर तक ड्रिलिंग की और तेल की खोज के बारे में आशावादी थी, लेकिन 17वें प्रयास के बाद, कोई भंडार नहीं मिलने के बाद इसने ऑपरेशन छोड़ दिया.  एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में पाकिस्तान का कुल ऊर्जा आयात बिल 17.5 बिलियन डॉलर था. इसका अगले सात वर्षों में लगभग दोगुना होकर 31 बिलियन डॉलर हो जाने का अनुमान है. देश वर्तमान में 29 प्रतिशत गैस, 85 प्रतिशत तेल, 20 प्रतिशत कोयला और 50 प्रतिशत तरलीकृत पेट्रोलियम गैस (LPG) की आवश्यकताओं को आयात के माध्यम से पूरा करता है.

चौथा सबसे बड़ा तेल एवं गैस भंडार

शुक्रवार को एक शीर्ष पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि भौगोलिक सर्वेक्षण से पाकिस्तान को भंडारों के स्थान की पहचान करने में मदद मिली है और संबंधित विभागों ने पाकिस्तानी जल में पाए गए संसाधनों के बारे में सरकार को सूचित कर दिया है.  अधिकारी ने इसे 'ब्लू वाटर इकोनॉमी' से लाभ उठाने का प्रयास बताते हुए कहा कि बोली और अन्वेषण के प्रस्तावों का अध्ययन किया जा रहा है, जिसका अर्थ है कि निकट भविष्य में अन्वेषण कार्य शुरू किया जा सकता है.  कुछ अनुमानों के अनुसार यह खोज विश्व में चौथा सबसे बड़ा तेल एवं गैस भंडार है.