नई दिल्ली: भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व करने को एक सम्मानजनक अवसर बताया. इस दौरान उन्होंने भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका और अमेरिका-भारत रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाने की दिशा में किए गए प्रयासों पर भी चर्चा की.
भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते संबंध
जयशंकर ने समारोह में भाग लेने के बाद कहा कि यह एक ऐतिहासिक अवसर था, और उन्हें गर्व है कि उन्हें भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इस प्रकार के समारोहों में भारत की उपस्थिति यह दर्शाती है कि दोनों देशों के संबंध निरंतर मजबूत हो रहे हैं और भविष्य में इस सहयोग में और वृद्धि की संभावना है.
भारत की वैश्विक भूमिका को पहचान मिल रही है
जयशंकर ने कहा कि इस समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर न केवल एक व्यक्तिगत सम्मान था, बल्कि यह भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका का भी प्रतीक है. भारत ने अंतरराष्ट्रीय मामलों में एक प्रमुख आवाज के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की है और यह समारोह इस दिशा में एक और कदम था.
भारत-अमेरिका साझेदारी पर फोकस
जयशंकर ने अमेरिका और भारत के बीच साझेदारी को विशेष रूप से रणनीतिक और सहयोगात्मक बताया. उन्होंने कहा कि यह साझेदारी सिर्फ व्यापार और सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर जयशंकर के लिए गर्व का पल था, जो भारत-अमेरिका रिश्तों की मजबूती को दर्शाता है. दोनों देशों के बीच सहयोग और साझेदारी की दिशा में यह एक और महत्वपूर्ण कदम था.
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