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India Daily

33 फीट की दूरी... सिगरेट पीने को लेकर इस देश ने बनाया ऐसा नियम, लोगों का फूटा गुस्सा

इटली सरकार ने स्मोकिंग को लेकर 33 फीट की दूरी का नियम बनाया है. इस नियम के सामने आने के बाद कई लोग सोशल मीडिया पर ट्रोल कर रहे हैं. हालांकि इस नियम के पीछे का मकसद इससे होने वाले हेल्थ से जुड़ी बढ़ती परेशानियों को रोकना है. खास कर ऐसे लोग जो सिगरेट नहीं पीते हैं लेकिन उनके पास कोई दूसरा शख्स पीता है और इस धूएं से वो तरह-तरह की बीमारियों के शिकार हो जाते हैं.

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Edited By: Reepu Kumari
Smoking rule in Milan
Courtesy: Pinterest

Smoking Rule in Milan: इटली सरकार ने हाल ही में एक अहम कदम उठाया है, जिसमें धूम्रपान से जुड़े स्वास्थ्य खतरों को लेकर कड़े नियम लागू किए गए हैं. अब इटली के मिलान शहर में सड़कों पर खुलेआम सिगरेट पीना अवैध हो गया है.

इस नए नियम के तहत, जब कोई व्यक्ति सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करता है, तो उसे आसपास के लोगों से कम से कम 33 फीट की दूरी बनाए रखनी होगी. यह नियम जनवरी 2025 से लागू हो चुका है और इसका उद्देश्य पैसिव स्मोकिंग से होने वाले खतरों को कम करना है.

मिलान की डिप्टी मेयर ने क्या कहा?

मिलान की डिप्टी मेयर, अन्ना स्कवुजो का कहना है कि इस कदम से सिगरेट की खपत कम होगी, जिससे न सिर्फ धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों का स्वास्थ्य बेहतर होगा, बल्कि आसपास के लोगों के लिए भी यह एक सुरक्षा उपाय साबित होगा. हालांकि, इस फैसले पर इटली के नागरिकों ने आलोचना की है और सोशल मीडिया पर इसे एक व्यक्तिगत स्वतंत्रता की हानि करार दिया है.

इटली में सिगरेट पीना एक फैशन के रूप में देखा जाता है, और फिल्म 'ला डोल्से वीटा' में भी इसे एक आदर्श lifestyle के रूप में दिखाया गया था. इस कदम का विरोध करने वाले लोग इसे समाज में धूम्रपान करने वालों के अधिकारों पर एक अतिक्रमण मानते हैं.

पैसिव स्मोकिंग क्या है ?

पैसिव स्मोकिंग का मतलब है, जब आप स्वयं सिगरेट नहीं पी रहे होते, लेकिन आपके आसपास के लोग धूम्रपान कर रहे होते हैं और आप उनके धुएं को अपनी सांस के जरिए अपने शरीर में ले लेते हैं। इस धुएं में कई हानिकारक रसायन होते हैं, जो आपके स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं.

पैसिव स्मोकिंग के कई नुकसान हो सकते हैं, जिनमें मुख्य रूप से फेफड़ों को नुकसान और सांस से जुड़ी समस्याएं शामिल हैं. यह न केवल फेफड़ों को प्रभावित करता है, बल्कि इससे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और अन्य श्वसन समस्याएं भी हो सकती हैं. पैसिव स्मोकिंग के कारण लंग कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है, जो कि बेहद खतरनाक है.

पैसिव स्मोकिंग का असर 

पैसिव स्मोकिंग के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभावों को लेकर इटली सरकार का यह कदम एक सकारात्मक बदलाव साबित हो सकता है. हालांकि, इसका विरोध करने वाले भी हैं, जो इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर हमला मानते हैं. इस कदम का उद्देश्य लोगों को स्वस्थ और सुरक्षित जीवन जीने के लिए प्रेरित करना है, और यह हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वे धूम्रपान से जुड़ी खतरों से बचने के लिए अपने आस-पास के वातावरण को सुरक्षित बनाए रखें.