इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने यूक्रेन में यूरोपीय सैनिकों की तैनाती पर “बहुत अधिक संदेह” जताया है. इस दौरान उन्होंने ग्रेट ब्रिटेन और फ्रांस के इस संबंध में प्रस्ताव से अपनी असहमति जताई है. दरअसल, इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी ने यूक्रेन में सेना भेजने के फ्रांस और ब्रिटेन के प्रस्ताव को ठुकरा दिया. उनका कहना है कि,"आप जा सकते हैं - मेरे सैनिकों के साथ नहीं. वहीं, यह खबर सोमवार को इटालियन मीडिया में आई.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी ने रविवार को लंदन में आयोजित एक नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लिया, जिसमें 12 से अधिक यूरोपीय देशों के प्रमुखों और कनाडा के प्रधानमंत्री ने भी भाग लिया. इस शिखर सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य यूक्रेन के लिए शांति योजना पर चर्चा करना था, जो एक हफ्ते से ज्यादा समय तक चले गहन कूटनीतिक वार्तालापों के बाद आयोजित हुआ. इस दौरान इटली के प्रधानमंत्री ने यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की से द्विपक्षीय बैठकें की.
JUST IN: 🇮🇹🇺🇦 Italian Prime Minister Meloni rejects offers from France and UK to send troops to Ukraine.
— BRICS News (@BRICSinfo) March 4, 2025
"You can go—not with my soldiers." pic.twitter.com/npwoAAsgBk
"हमारा उद्देश्य यूक्रेन के लिए संप्रभुता, सुरक्षा सुनिश्चित करना''- मेलोनी
पीएम मेलोनी ने इस बैठक के दौरान इटली की यूक्रेन और उसके लोगों के प्रति समर्थन की पुष्टि की और यूरोपीय, पश्चिमी साझेदारों और संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ मिलकर एक न्यायपूर्ण और स्थायी शांति बनाने की प्रतिबद्धता जताई. इटली के प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा गया, "हमारा उद्देश्य यूक्रेन के लिए संप्रभुता, सुरक्षा और स्वतंत्रता का भविष्य सुनिश्चित करना है।"
संयुक्त राष्ट्र के तहत मिशन की शर्त
इटली के प्रमुख समाचार पत्र ला रिपब्लिका के अनुसार, मेलोनी ने साफ किया कि रोम केवल तब ही यूक्रेन में एक संयुक्त यूरोपीय मिशन का हिस्सा बनेगा, जब यह मिशन संयुक्त राष्ट्र के तहत होगा और यह शर्त होगी कि युद्धविराम हो चुका हो.
वाशिंगटन में जेलेंस्की की असफल बातचीत पर प्रतिक्रिया
वाशिंगटन में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की की असफल बातचीत के बारे में, जो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ विवाद में समाप्त हुई थी, मेलोनी ने अफसोस जताया. उन्होंने कहा कि इस घटना को "प्रशंसकों का टकराव" नहीं बनाना चाहिए और इसे पक्षपाती नजरिए से नहीं देखना चाहिए.
पश्चिमी एकता और बेहतर संबंधों की आवश्यकता
बैठक के दौरान मेलोनी ने पश्चिमी देशों में एकता की अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने यूरोपीय नेताओं और अमेरिका के बीच एक शिखर सम्मेलन आयोजित करने का प्रस्ताव रखा, ताकि यूक्रेन युद्ध के कारण उत्पन्न तनाव को दूर किया जा सके और दोनों देशों के बीच रिश्तों को सुधारने की दिशा में कदम उठाए जा सकें