इजरायली सेना ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक में दो फिलिस्तीनी बच्चों को गोली मारकर उनकी जान ले ली. यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. यह घटना दर्शाती है कि कैसे युद्ध की आड़ में मासूम लोगों को निशाना बनाया जा रहा है.
12 साल के अयमान नासर को मारी गोली
इजरायली सेना ने गश्त के दौरान 12 वर्षीय अयमान नासर अल-हैमौनी को हेब्रोन में गोली मारी दी. इसके अलावा 13 वर्षीय रिमास अल-अमौरी को जेनिन गवर्नररेट में गोली मार दी गई. फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय और वाफा समाचार एजेंसी ने इन मौतों की पुष्टि की है.
Moment IDF shoots Palestinian kid dead caught on CCTV cam
— RT (@RT_com) February 22, 2025
11yo Ayman Al-Haimouni killed in West Bank's Hebron
Child's body can be seen carried away by distressed family after shooting pic.twitter.com/H97FaXxVx0
अयमान की मृत्यु
अल-हैमौनी अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए हेब्रोन के दक्षिण में गया था. वहां इजरायली सेना ने उस पर गोली चलाई. उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया.
रिमास की मृत्यु
अल-अमौरी को पेट में गोली लगी थी और उसे जेनिन सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. डिफेंस फॉर चिल्ड्रन इंटरनेशनल - फिलिस्तीन (डीसीआईपी) के अनुसार, वह शुक्रवार दोपहर को जेनिन क्षेत्र में अपने परिवार के घर के आंगन में खड़ी थी, तभी गोली लगी. डीसीआईपी ने बताया कि एक बख्तरबंद गाड़ी में तैनात एक इजरायली सैनिक ने अल-अमौरी से लगभग 50 मीटर (164 फीट) दूर उसके आंगन में कम से कम पांच गोलियां चलाईं, जिससे उसे पीठ में चोट लगी.
Israeli forces fatally shot two Palestinian children in the back today in the occupied West Bank. Soldiers fired on both children from inside armored military vehicles.
— Defense for Children (@DCIPalestine) February 21, 2025
Ayman Al-Hemouni, 12, in Hebron and Rimas Ammouri, 13, in Jenin.
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डीसीआईपी के आयद अबू एकतैश ने कहा, "अयमान और रिमास दोनों को अचानक और बिना चेतावनी के इजरायली सैनिकों द्वारा बख्तरबंद वाहनों के अंदर सुरक्षित रूप से तैनात होकर घातक बल के साथ पीठ में निशाना बनाया गया." उन्होंने यह भी कहा, "इजरायली बलों को फिलिस्तीनी बच्चों के जीवन के प्रति तिरस्कार के अलावा कुछ नहीं है और व्यवस्थित दंडमुक्ति का मतलब है कि उन्हें कोई परिणाम नहीं भुगतना पड़ेगा."
इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) ने तुलकर्म में इजरायल के अभियानों के साथ-साथ अल-हैमौनी और अल-अमौरी दोनों की हत्याओं की निंदा की.
ओआईसी ने एक बयान में कहा, "ओआईसी ने जोर देकर कहा कि ये इजरायली हमले युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ अपराध हैं," और अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई का आग्रह किया.
वेस्ट बैंक में बढ़ती हिंसा
यह हत्याएं तब हुई हैं जब इजरायली सेना कई हफ्तों से कब्जे वाले वेस्ट बैंक में बड़े पैमाने पर छापे मार रही है, जिसमें नाबलस, तुलकर्म, जेनिन और नाबलस रात भर शामिल हैं. संयुक्त राष्ट्र के मानवीय कार्यालय (ओसीएचए) की एक रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली बलों ने फिलिस्तीनी समुदायों के लिए पानी और स्वच्छता के बुनियादी ढांचे को गंभीर नुकसान पहुंचाया है. ओसीएचए ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में फिलिस्तीनियों के प्रति इजरायली बसने वालों की हिंसा की 34 घटनाओं की भी गिनती की. यह घटनाएं वेस्ट बैंक में बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा करती हैं.