Israel-Hamas war: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार (23 फरवरी0 को कहा कि इजरायल हमास के खिलाफ लड़ाई फिर से शुरू करने के लिए तैयार है. यह बयान उस समय आया जब हमास ने इजरायल पर गाजा संघर्षविराम को खतरे में डालने का आरोप लगाया. हमास का कहना था कि इजरायल ने गाजा में पांच हफ्ते पुरानी युद्धविराम संधि के तहत कैदियों की रिहाई को रोककर इसका उल्लंघन किया है.
संघर्षविराम का दौर और चुनौतियां
गाजा संघर्षविराम की पहली चरण ने 15 महीने से चल रहे युद्ध को लगभग रोक दिया था. यह युद्धविराम मार्च के पहले सप्ताह में समाप्त होने वाला है. इसके बाद के चरण के लिए कोई समझौता नहीं हो सका है. युद्धविराम के बाद गाजा में लगातार तनाव बढ़ा है. ऐसे में अब इजरायल ने पश्चिमी तट पर सैन्य अभियानों को बढ़ाने की घोषणा की है, जहां गाजा युद्ध के दौरान हिंसा में काफी वृद्धि हुई है.
कैदी रिहाई पर विवाद
इजरायल ने 600 से अधिक फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई को स्थगित कर दिया, जिसके बाद हमास ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई समझौते को गंभीर खतरे में डाल सकती है. नेतन्याहू ने सैन्य समारोह में यह भी कहा कि वे युद्ध के उद्देश्यों को "संपर्कों या अन्य तरीकों से" प्राप्त करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, "हम किसी भी समय तीव्र संघर्ष फिर से शुरू करने के लिए तैयार हैं.
जानें क्या है पूरा मामला?
दरअसल, गाजा में हिरासत में मारे गए शिरी बिबास और उनके दो छोटे बच्चों के शवों की वापसी और इजरायल की घोषणा के बाद से कि उन्हें उनके अपहरणकर्ताओं द्वारा "हाथों" मार दिया गया था. इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू युद्ध की निरंतरता और हमास के साथ नए युद्ध विराम पर बातचीत के भविष्य के बारे में जानबूझकर अस्पष्टता बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा "हम किसी भी समय भीषण लड़ाई फिर से शुरू करने के लिए तैयार हैं, हमारी योजनाएं तैयार हैं.
रेड क्रॉस की अपील
अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस ने दोनों पक्षों से अपील की थी कि बंधकों और कैदियों की रिहाई "सम्मानजनक और निजी" तरीके से की जाए. हालांकि, इजरायल ने हमास के आरोपों को नकारते हुए इसे सुरक्षा कारणों से स्थगित किया.