इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को कड़ी चेतावनी दी है. उनका कहना है कि अगर हमास ने सभी बंधकों को रिहा नहीं किया, तो इजरायल 'नरक के द्वार' खोल देगा. यह बयान नेतन्याहू ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में दिया. उन्होंने इस दौरान यह भी कहा कि इजरायल और अमेरिका के बीच गाजा को लेकर एक समान रणनीति है, और उनका उद्देश्य हमास के सैन्य और राजनीतिक प्रभाव को समाप्त करना है.
हमास के खिलाफ इजरायल की रणनीति
नेतन्याहू ने कहा, "हम अपनी रणनीति के सभी विवरण सार्वजनिक नहीं कर सकते, लेकिन यदि सभी बंधकों को रिहा नहीं किया जाता, तो हम नरक के द्वार खोल देंगे. हम गाजा में हमास के सैन्य सामर्थ्य और राजनीतिक शासन को समाप्त करेंगे और सभी बंधकों को घर वापस लाएंगे." उन्होंने यह भी कहा कि गाजा को भविष्य में इजरायल के लिए किसी प्रकार का खतरा नहीं बनने दिया जाएगा.
अमेरिका का इजरायल के साथ समर्थन
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इस मौके पर इजरायल का समर्थन करते हुए कहा कि हमास को सैन्य या सरकार के रूप में अस्तित्व में नहीं रहना चाहिए. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक हमास गाजा में सत्ता में रहेगा, तब तक शांति स्थापित करना असंभव होगा. रुबियो ने यह बयान इजरायल की संघर्षविराम के प्रयासों और इसके खिलाफ आतंकवादियों की लगातार धमकियों के बीच दिया.
गाजा में संघर्ष और बंधकों की स्थिति
गाजा में इजरायल और हमास के बीच संघर्ष अब भी जारी है. इस युद्ध में अब तक 48,000 से ज्यादा फिलीस्तीनी जान गंवा चुके हैं, जबकि 251 इजरायली बंधक बनाकर गाजा में रखे गए हैं. इस संघर्ष में इजरायल की सेना ने कई सैन्य ऑपरेशन्स चलाए हैं, जबकि नेतन्याहू ने यह सुनिश्चित किया है कि हमास को पूरी तरह से समाप्त किया जाएगा.
इजरायल और अमेरिका के रिश्ते हमेशा मजबूत रहे हैं, खासकर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में. ट्रंप ने इजरायल का पुरजोर समर्थन करते हुए हथियारों की आपूर्ति को मंजूरी दी थी और कहा था कि इजरायल को जो भी करना हो, वह करे.