Noa Argamani Rescue: सात अक्तूबर को हमास के आतंकियों ने इजरायल पर हमला किया था और दक्षिणी गाजा के सुपरनोवा म्यूजिक फेस्टिवल से सैकड़ों लोगों को बंधक बना लिया था.तब से इजरायल और हमास के बीच खूनी जंग जारी है. इस हमले में हमास के आतंकी बंधकों को कैद कर गाजा ले आए. इस बीच इजरायली सेना ने एक बंधक को रेस्क्यू किया है. रेस्क्यू किए जाने के बाद बंधक ने पहली बार सार्वजनिक रूप से कुछ कहा है. नोआ अर्गामानी नाम की पीड़िता 246 दिन तक हमास की कैद में रही. इस दौरान उसने अपने उन कठिन दिनों को याद किया जो उसने हमास की कैद और जुल्म में बिताए.
26 वर्षीय पीड़िता ने एक वीडियो मैसेज में सात अक्तूबर के नरसंहार को याद करते हुए कहा वह मेरी जिंदगी का सबसे नासूर दिन था, जिसने मेरी पूरी जिंदगी बदल दी. मेरी आंखों के सामने ना जाने कितने लोगों का खून कर दिया गया. नोआ अर्गामनी ने कहा कि इस हमले के बाद वह हमास 246 दिन तक हमास की कैद में रही. इस दौरान मेरी सबसे बड़ी चिंता मेरे मां-बाप के लिए थी. नोआ ने आगे कहा कि हमास के चंगुल से आजाद होने के बाद यहां आना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है. मैं आठ माह के बाद अपनी मां के साथ हूं.
Noa Argamani addresses the supporters in hostages’ square tonight, in a recorded message, for first time since her rescue “I’m home now, but we can not forget the hostages that are still being held captive in Gaza, waiting for their return”. pic.twitter.com/ARtR5lwJ4s
— Bring Them Home Now (@bringhomenow) June 29, 2024
बंधकों और लापता परिवारों के मंच वाले प्लेटफॉर्म से वीडियो जारी कर नोआ ने कहा कि वह अपने मां-बाप की इकलौती संतान हैं. उनकी मां एक लाइलाज बीमारी से जूझ रही हैं. हमास की कैद में मुझे हमेशा उनके बारे में चिंता रहती थी. नोआ ने अपने वीडियो में हमास की कैद में शेष बंधको के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा कि अभी भी हमास की कैद में लगभग 120 बंधक हैं, जिन्हें बचाया जाना है.
नोआ ने कहा कि मैं अब घर पर जरूर हूं लेकिन हम उन बंधकों के बारे में नहीं भूल सकते जो अभी भी हमास की कैद में है. हमें उन्हें वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास करने चाहिए. मैं चाहती हूं कि हमारे के पास अच्छे और शांतिपूर्ण दिन हों जिसमें हम अपने परिवारों के साथ बैठकर खुशियां मना सकें, अपने दोस्तों को गले लगा सकें.