Israel-Iran War: दुनिया के खतरनाक आतंकी समूह हिजबुल्लाह को हथियार पहुंचा रहे ईरानी विमान को आसमान में इजरायली सेना ने घेर लिया. ऐसे में ईरानी विमान वापस अपने वतन लौटना पड़ा. इजरायल की सेना IDF ने आरोप लगाया है कि इस विमान से ईरान हिजबुल्लाह को हथियार पहुंचा रहा था.
दरअसल, इजरायली लड़ाकू विमानों ने सीरिया के ऊपर से उड़ान भर रहे एक ईरानी विमान को आसमान में रोका है. आईडीएफ ने दावा किया कि विमान लेबनान के हिजबुल्लाह को हथियार ले जा रहा था, जिससे युद्ध विराम को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, ईरानी विमान को शनिवार और रविवार दोपहर के बीच रोका गया. रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने सीरिया के ऊपर ईरानी विमान को रोका और उसे वापस लौटने का आदेश दिया.
इजरायली विमानों ने किया मजबूर
इस उड़ान को रोकना इजरायल के प्रयासों का हिस्सा था, ताकि ईरानी हथियारों को लेबनानी आतंकवादी समूह तक पहुंचने से रोका जा सके, क्योंकि यहूदी राष्ट्र वर्तमान में लेबनानी समूह के साथ युद्ध विराम में है. द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, कुछ ही महीनों के अंतराल में, इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने कई ईरानी उड़ानों को सीरियाई और इराकी हवाई क्षेत्र में यू-टर्न लेने के लिए मजबूर किया है.
लेबनान के साथ युद्ध विराम के बीच इजरायल सीरिया पर कड़ी नजर रख रहा है. आईडीएफ ने कहा कि इजरायल और लेबनान के बीच युद्धविराम के दौरान, उसकी सेना हिजबुल्लाह को हथियारों की आपूर्ति रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेगी. इसमें लेबनान या सीरिया में कहीं भी हथियारों की खेप पर हमला करना भी शामिल है.
इजरायल की धमकी
पिछले हफ़्ते, एक वरिष्ठ इजरायली सैन्य अधिकारी ने कहा कि आईडीएफ न केवल हथियारों की खेपों पर हमला करेगा, बल्कि सीरियाई राष्ट्रपति बशर असद की सरकार हिज़्बुल्लाह की सहायता के लिए भुगतान करेगी. इजरायल-लेबनान युद्ध विराम समझौते के प्रभावी होने से कुछ घंटे पहले, आईडीएफ ने हिज़्बुल्लाह के तस्करी मार्गों पर हमले किए.
इजरायल ने तीन सीमा क्रॉसिंग को तोड़ा
इतना ही नहीं, इजरायल ने उत्तरी लेबनान और सीरिया के बीच तीन सीमा क्रॉसिंग को नष्ट कर दिया. घटना के बाद, यहूदी राष्ट्र ने दावा किया कि हिजबुल्लाह इस क्षेत्र से हथियारों की तस्करी कर रहा था. IDF ने आकलन किया कि क्रॉसिंग की मरम्मत में समय लगेगा, और उस दौरान हिजबुल्लाह के पास हथियार लाने के लिए सीमित मार्ग होंगे, जिस पर इजरायल के लिए नज़र रखना आसान होगा.