Israeli Army Ground Operation In Lebanon: ईरान समर्थित संगठन की ओर से पहली बार तेल अवीव को निशाना बनाए जाने के बाद इजरायल ने अपने सैनिकों से लेबनान में 'संभावित प्रवेश' के लिए तैयार रहने को कहा है, ताकि हिजबुल्लाह को 'सबक' सिखाया जा सके. हालांकि, पेंटागन के प्रवक्ता ने कहा कि इजरायल की जमीनी घुसपैठ आसान नहीं लगती. इस बीच, लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि इजरायल उसकी संप्रभुता का उल्लंघन कर रहा है और उन्होंने तत्काल युद्ध विराम का आह्वान किया.
इसके अलावा, फ्रांस ने संयुक्त राष्ट्र के साथ संयुक्त राष्ट्र के कूटनीतिक प्रयासों के दौरान लेबनान में 21 दिनों के युद्ध विराम का प्रस्ताव पेश किया. यह घोषणा संयुक्त राष्ट्र में जो बाइडेन और इमैनुएल मैक्रों के बीच चर्चा के बाद की गई, और इसे आपातकालीन सुरक्षा परिषद सत्र के दौरान प्रस्तुत किया गया.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाइडेन की ओर सेे 'पूर्ण युद्ध' की चेतावनी दिए जाने के बाद अमेरिका, फ्रांस ने इजरायल-हिजबुल्लाह के बीच लड़ाई रोकने की योजना का मसौदा तैयार किया. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने चेतावनी दी कि इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच संघर्ष पूरी तरह से युद्ध में बदल सकता है.
इस बीच, फ्रांस और अमेरिका बढ़ते तनाव को कम करने के लिए एक अस्थायी युद्धविराम के लिए दबाव बनाने के लिए 21-दिवसीय युद्धविराम योजना पर काम कर रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप हाल के दिनों में लेबनान में 600 से अधिक मौतें हुई हैं. फ्रांस के विदेश मंत्री जीन-नोएल बैरोट ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि हम दोनों पक्षों से इसे बिना देरी के स्वीकार करने की उम्मीद कर रहे हैं.
इजरायली सेना प्रमुख हर्ज़ी हलेवी ने कहा कि हम पूरे दिन हमला कर रहे हैं, ताकि आपके प्रवेश की संभावना के लिए जमीन तैयार की जा सके, लेकिन साथ ही हिजबुल्लाह पर हमला जारी रखा जा सके. ये स्पष्ट नहीं हो पाया कि हलेवी जमीनी अभियान, हवाई हमलों या हिजबुल्लाह के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के किसी अन्य रूप का संकेत दे रहे थे.
हाल ही में, इजरायली सेना ने कहा था कि उसके पास जमीनी आक्रमण की तत्काल कोई योजना नहीं है, लेकिन हलेवी की टिप्पणी इस बात का सबसे मजबूत संकेत थी कि सैनिकों को तैनात किया जा सकता है. इजरायली सेना ने तेल अवीव को निशाना बनाकर हिजबुल्लाह की मिसाइल को मार गिराया था, जो ईरान समर्थित मिलिशिया द्वारा सीधे शहर को निशाना बनाने का पहला मामला था.
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री फिरास अबियाद के अनुसार, इजरायल के जवाबी हमलों में कम से कम 51 लोगों की मौत हुई और 223 लोग घायल हुए. जब से हिजबुल्लाह ने हमास के पिछले हमले के समर्थन में 8 अक्टूबर को इजरायल पर रॉकेट और ड्रोन दागना शुरू किया है, तब से लगभग 60,000 इजरायली अपने घरों को खाली कर चुके हैं. इस बीच, लेबनान के विदेश मंत्रालय ने बताया कि पिछले सप्ताह इजरायली जेट विमानों द्वारा भारी हवाई हमलों के कारण लगभग 500,000 लेबनानी विस्थापित हुए हैं.