Israel-Hamas War: इजरायल और हमास के बीच लंबे समय से भीषण युद्ध जारी है. इस युद्ध में अब तक हजारों बेगुनाह अपनी जान गंवा चुके हैं जिनमें बड़ी संख्या में मासूम बच्चे भी शामिल हैं. इसी बीच अब इजरायल ने हमास को पूरी तरह से नेस्तनाबूद करने का मन बना लिया है. इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तजाची हानेग्बी ने मंगलवार को कहा कि यरुशलम जल्द ही उत्तर गाजा में हमास शासन को बदलने की योजना लागू करेगा.
'हमास के पतन से अन्य देशों के लिए अवसर खुलेंगे'
रीचमैन विश्वविद्यालय के वार्षिक हजीलिया सम्मेलन में हानेग्बी ने कहा कि हमास की शासन करने की सैन्य क्षमता के पतन से गाजा में उन देशों के लिए अवसर खुलेंगे जो हमास के विकल्प के रूप में गाजा में स्थानीय नेतृत्व के साथ एक शासन व्यवस्था देखना चाहते हैं, ताकि वे इस प्रक्रिया में शामिल हो सकें.
हम हमास का सफाया करना जारी रखेंगे
उन्होंने कहा कि गाजा के नए नेतृत्व में इजरायल के अब्राहम समझौते के साझेदार अमेरिका, यूरोपीय संघ और संयुक्त राष्ट्र शामिल होंगे जबकि इजरायली सेना गाजा में हमास का सफाया करना जारी रखेगी. उन्होंने कहा कि हम कई महीनों से 'अगले दिन' की धारणा पर बात कर रहे हैं और हमारे लिए अगले दिन का मतलब है हमास के बाद का दिन. इस मायने में हमें उसे पूरी तरह से खत्म करने की प्रतीक्षा करने की जरूरत नहीं है क्योंकि इस प्रक्रिया में लंबा समय लग सकता है.
'हमारे विचार पर अमेरिका भी सहमत'
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तजाची हानेग्बी ने कहा, 'हमारा जो विचार है उस पर अमेरिका भी सहमत है और इस हफ्ते हमारी इस विचार पर बातचीत हुई अभी भी हमारे रक्षा मंत्री योआव गैलेंट वाशिंगटन में इस मुद्दे पर बातचीत कर रहे हैं. विचार ये है कि वहां एक तथाकथित टॉप टू डाउन लीडरशिप होगी न केवल बॉटम-अप.'
हमास को पूरी तरह खत्म नहीं कर सकते
हानेग्बी ने आगे कहा कि आप पूरी तरह से हमास को खत्म नहीं कर सकते क्योंकि यह एक विचार है, एक अवधारणा है. बता दें कि अमेरिका ने इजरायल से युद्ध के बाद गाजा में सरकार को लेकर अपना दृष्टिकोण स्पष्ट करने को कहा है. बाइडेन प्रशासन ने इजरायल के गाजा पर कब्जा करने या वहां किसी तरह की अराजकता फैलाने के इरादे का भी विरोध किया है.
हमारे इस युद्ध के केवल तीन उद्देश्य
वहीं इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल के इस युद्ध के तीन उद्देश्य हैं हमास की सेना को तितर-बितर करना और उनके शासन करने की क्षमताओं को खत्म करना, अपने बंधकों को छुड़ाना और यह सुनिश्चित करना कि गाजा अब इजरायल के लिए खतरा नहीं है. शुक्रवार को अमेरिका स्थित पंचबोल न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में नेतन्याहू ने कहा कि युद्ध के बाद विसैन्यीकृत गाजा की देखरेख अरब देशों की सहायता से नागरिक प्रशासन द्वारा की जाएगी. उन्होंने कट्टरपंथ विरोधी प्रक्रिया का भी उल्लेख किया.