Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच जंग को अब 10 महीने हो चुके हैं. गाजा में इजरायली सेना अंधाधुंध बम बरसा रही है. इस जंग में अब तक 38,900 से ज्यादा फिलिस्तीनी लोगों की मौत हो चुकी है. पीएम बेंजामिन ने कहा कि वह जब तक गाजा पट्टी से हमास का संपूर्ण सफाया नहीं कर देते तब तक यह जंग जारी रहेगी. इस बीच शुक्रवार को कुछ ऐसा हुआ जिसे जानकर आपका दिल फट जाएगा.
इजरायली सेना ने अपनी कार्रवाई के दौरान मध्य गाजा के शरणार्थी शिविरों को निशाना बनाया. इन हमलों में 13 लोगों से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. इस हमले में मरने वाली एक महिला गर्भवती थी. शवों के अंतिम संस्कार से पहले उनकी जांच की गई, जिसमें पता चला कि महिला गर्भवती है. डॉक्टरों ने इसके बाद बगैर देर किए हुए चिकित्सा चांज के लिए रेफर कर दिया. इस जांच में पता चला की महिला के गर्भ में पल रहा भ्रूण जीवित है. इसके बाद सर्जन ने तुरंत आपातकालीन सिजेरियन सेक्शन किया और भ्रूण को बाहर निकाल लिया. इस तरह नवजात की जान बच गई.
नवजात शिशु की जान तो बच गई लेकिन सवाल खड़ा हो रहा है कि उसका पालन-पोषण कैसे होगा. मां की मौत के बाद उसे कौन दूध पिलाएगा? रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल के भीषण हमले में गर्भवती महिला ओला-अल-कुर्द के साथ परिवार के छह अन्य लोग भी मारे गए हैं. बच्चे को एक इनक्यूबेटर में रखा गया और डेर अल-बलाह स्थित अल-अक्सा अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया है.
इजराइल के सैन्य बयान में कहा गया है कि सैनिकों ने कई अलग-अलग मुठभेड़ों में कई आतंकवादियों को मार गिराया है. इसके अलावा दक्षिणी शहर रफाह के पास ताल अल-सुल्तान शरणार्थी शिविर पर अभियान शुरू किया है. सेना ने अपने बयान में कहा है कि सैनिक मध्य गाजा में आतंकवादी बुनियादी ढांचे स्थलों पर लक्षित छापे मार रहे हैं.