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सेना के साथ सीरिया में घुसे इज़रायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू, IDF ने माउंट हरमोन पर स्थित बफर जोन पर किया कब्जा, कहा जब तक...

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को माउंट हरमोन की चोटी से एक महत्वपूर्ण बयान दिया. उन्होंने कहा कि इजराइल की सेना सीरियाई सीमा पर स्थित बफर जोन, विशेष रूप से माउंट हरमोन की चोटी पर, तब तक रहेगी जब तक कि एक नया समझौता नहीं हो जाता जो इजराइल की सुरक्षा सुनिश्चित कर सके.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Benjamin Netanyahu

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को माउंट हरमोन की चोटी से एक महत्वपूर्ण बयान दिया. उन्होंने कहा कि इजराइल की सेना सीरियाई सीमा पर स्थित बफर जोन, विशेष रूप से माउंट हरमोन की चोटी पर, तब तक रहेगी जब तक कि एक नया समझौता नहीं हो जाता जो इजराइल की सुरक्षा सुनिश्चित कर सके. यह बयान उन्होंने माउंट हरमोन की बर्फ से ढकी चोटी से दिया, जो इस क्षेत्र का सबसे ऊंचा पर्वत शिखर है. यह पहली बार था जब किसी मौजूदा इजराइली नेता ने सीरिया के क्षेत्र में प्रवेश किया.

53 साल पहले आया था माउंट हरमोन

प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने माउंट हरमोन की चोटी पर 53 साल पहले एक सैनिक के रूप में जाने का उल्लेख किया, लेकिन उनका कहना था कि इस स्थान की इजराइल की सुरक्षा के लिए महत्ता हाल की घटनाओं के बाद बढ़ गई है. 2011 में सीरिया में गृहयुद्ध शुरू होने के बाद, इजराइल ने दक्षिणी सीरिया में एक बफर जोन स्थापित किया था, जिसे उसने इजराइल के गोलान हाइट्स के साथ अपनी सीमा की सुरक्षा के लिए आवश्यक बताया. यह क्षेत्र, जो सीरिया के क्षेत्र में स्थित है, इजराइल के कब्जे में है, और इसे एक बफर जोन के रूप में परिभाषित किया गया है.

इस बफर जोन के गठन के बाद, इजराइल की सैन्य उपस्थिति और मजबूत हो गई है. यह कदम कई आलोचनाओं का शिकार हुआ है, जिसमें इजराइल पर 1974 में हुए युद्धविराम समझौते का उल्लंघन करने और सीरिया में चल रही अशांति का फायदा उठाकर भूमि अधिग्रहण करने का आरोप लगाया गया है.

जल्द से जल्द क्षेत्र की किलेबंदी करे सेना
इजराइल के रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज ने भी माउंट हरमोन पर नेतन्याहू के साथ बफर जोन का दौरा किया. उन्होंने सेना को निर्देश दिया कि वे इलाके में जल्दी से जल्दी अपनी मौजूदगी स्थापित करें और इस क्षेत्र में किलेबंदी के काम शुरू करें, ताकि यदि आवश्यकता पड़ी तो यहां लंबे समय तक रहने की तैयारी की जा सके. काट्ज ने यह भी कहा, “माउंट हरमोन की चोटी इजराइल राज्य की आंखों के समान है, जिससे हम अपने दुश्मनों की पहचान कर सकते हैं, चाहे वे पास हों या दूर.”

गोलान हाइट्स को लेकर अंतरराष्ट्रीय विवाद
इजराइल ने ग़ोलान हाइट्स को 1967 के मध्यपूर्व युद्ध के दौरान सीरिया से कब्जा किया था और बाद में उसे इजराइल का हिस्सा घोषित कर दिया. हालांकि, अंतरराष्ट्रीय समुदाय का अधिकांश हिस्सा इजराइल के इस कदम को मान्यता नहीं देता है, और इसे अवैध मानता है. 1973 के युद्ध के बाद, संयुक्त राष्ट्र ने सीरिया और इजराइल के बीच एक 400 वर्ग किलोमीटर (155 वर्ग मील) का डिमिलिट्राइज्ड बफर जोन स्थापित किया था, जिसका सुरक्षा कार्य यूएन के करीब 1,100 सैनिकों द्वारा किया जाता था.