जाग गया बेंजामिन नेतन्याहू का 'जिन', कहा- सीजफायर पर तब तक नहीं बढेंगे जब तक..., क्या फिर से गाजा में मचेगा कत्लेआम
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को कहा कि इजरायल तब तक गाजा युद्ध विराम पर आगे नहीं बढ़ेगा जब तक उसे हमास द्वारा रिहा किए जाने वाले बंधकों की सूची नहीं मिल जाती.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को कहा कि हमास द्वारा पहले चरण में रिहा किए जाने वाले 33 बंधकों की सूची मिलने तक इजरायल गाजा युद्ध विराम समझौते के आगे बढ़ने के लिए तैयार नहीं होगा. यह बयान उस समय आया जब युद्ध विराम समझौते को लागू किए जाने में कुछ ही घंटे शेष थे. समझौते के अनुसार, हमास को बंधकों की सूची कम से कम 24 घंटे पहले देनी थी, लेकिन यह प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हुई थी.
समझौते पर आपत्ति
नेतन्याहू ने कहा, "हम तब तक इस समझौते को आगे नहीं बढ़ाएंगे जब तक हमें उन बंधकों की सूची नहीं मिल जाती, जिन्हें रिहा किया जाएगा. हमास द्वारा समझौते का उल्लंघन स्वीकार्य नहीं होगा. इसका पूरा जिम्मेदारी हमास पर है."
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इजरायल के सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा युद्ध विराम समझौते को मंजूरी दे दी थी, जिसमें हमास द्वारा बंधकों की अदला-बदली और कुछ समय के लिए संघर्ष विराम शामिल है. यह समझौता 15 महीने से जारी संघर्ष के बीच एक महत्वपूर्ण मोड़ है.
समझौते की शर्तें
समझौते के पहले चरण के तहत हमास 33 बंधकों को रिहा करने के लिए सहमत हुआ है, जिनमें महिलाएं, बच्चे और 50 वर्ष से ऊपर के व्यक्ति शामिल हैं. इसके बदले में, इजरायल हमास द्वारा रिहा किए गए हर इजरायली महिला सैनिक के बदले 50 फिलिस्तीनी कैदियों को और अन्य महिला बंधकों के बदले 30 कैदियों को रिहा करेगा.
7 अक्टूबर 2023 को हुए हमास के हमले के बाद से यह संघर्ष तेज हुआ था. इस हमले में 1,200 से अधिक लोग इजराइल में मारे गए और 250 लोग बंधक बना लिए गए थे. अब तक के इस 15 महीने के संघर्ष में लगभग 48,000 लोगों की जान जा चुकी है.
इस समझौते से यह उम्मीद जताई जा रही है कि दोनों पक्षों के बीच कुछ शांति बनी रहेगी और बंधकों की रिहाई के बाद स्थिति में कुछ सुधार हो सकता है. लेकिन, इजरायल की सरकार ने चेतावनी दी है कि कोई भी समझौते का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.