Israel PM Benjamin Netanyahu: इजरायल के खिलाफ इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में अरेस्ट वारंट जारी करने की बाते चल रही हैं. एक ओर उसका दोस्त अमेरिका उसे बचाने में लगा है कि ICC इजरायल के खिलाफ ऐसा कोई कदम न उठाए. दूसरी ओर इजरायल ने साफ कर दिया है कि आईसीसी द्वारा उठाया गया कोई भी कदम उन्हें गाजा में मिलिट्री ऑपरेशन से नहीं रोक सकता.
पत्रकार ने अपने लेख में दावा किया था कि आईसीसी इजरायल की जवाबी कार्रवाई की जांच कर रही है. साथ ही व्यक्तिगत युद्ध अपराध के मामले में नेतन्याहू के खिलाफ मुकदमा बनाने की बात भी चल रही है.
शुक्रवार को, नेतन्याहू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा था कि जब तक वह इजरायल के पीएम हैं, "इजरायल आत्मरक्षा के अपने अंतर्निहित अधिकार को कमजोर करने के ICC के किसी भी फैसले को कभी नहीं स्वीकारेगा.
Under my leadership, Israel will never accept any attempt by the ICC to undermine its inherent right of self-defense.
— Benjamin Netanyahu - בנימין נתניהו (@netanyahu) April 26, 2024
The threat to seize the soldiers and officials of the Middle East’s only democracy and the world’s only Jewish state is outrageous. We will not bow to it.
Israel…
उन्होंने लिखा था कि मध्य पूर्व के एकमात्र यहूदी राज्य के सैनिकों और अधिकारियों को छीनने की धमकी अपमानजनक है. हम इसके आगे झुकेंगे नहीं. इजरायल, आतंकवादियों के खिलाफ युद्ध जारी रखेगा.
आईसीसी ने 2021 में कब्जे वाले वेस्ट बैंक और गाजा में इजरायली सेना और फिलिस्तीनी सशस्त्र समूहों द्वारा कथित युद्ध अपराधों की जांच शुरू की थी. बीते साल 7 अक्टूबर से शुरू हुए युद्ध भी इसी के दायरे में है.
इजरायल का करीबी अमेरिकी इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में उसके खिलाफ अरेस्ट वारेंट न जारी हो इसके लिए कोशिश कर रहा है. दूसरी ओर अमेरिकी विदेश विभाग के एक आंतरिक ज्ञापन के अनुसार, कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने सचिव एंटनी ब्लिंकन को सलाह दी है कि उन्हें नहीं लगता कि इजरायल उनके द्वारा दिए गए हथियारों का उपयोग अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के अनुसार कर रहा है..