Israel Iran Tensions: इजराइल और ईरान के बीच जारी टेंशन के बीच मिडिल ईस्ट के तबाह होने की आशंका जताई गई है. अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक, इजराइल ने ईरान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करते हुए मिसाइलें दागीं हैं. अगर ऐसा ही चलता रहा तो फिर मिडिल ईस्ट को तबाह होते देर नहीं लगेगी. एबीसी न्यूज ने एक सीनियर अमेरिकी अधिकारी के हवाले से बताया कि इजराइल ने शुक्रवार सुबह ईरान के खिलाफ मिसाइल हमले किए.
हालांकि, अधिकारी इस बात की पुष्टि नहीं कर सके कि क्या सीरिया और इराक पर भी हमला किया गया है. ये रिपोर्ट स्थानीय सूत्रों की ओर से मिडिल ईरान के इस्फ़हान इलाके में धमाकों की सूचना दिए जाने के तुरंत बाद आई है. राज्य मीडिया ने शुक्रवार की सुबह बताया कि ईरानी शहर इस्फ़हान में एयरपोर्ट और एक मिलिट्री बेस कैंप के करीब कई धमाकों की आवाज सुनी. इसके बाद ईरान की एयर डिफेंस सिस्टम्स को कई स्थानों पर एक्टिव कर दिया गया.
इजराइल के सैन्य अधिकारियों के अनुसार, पिछले हफ्ते शनिवार को ईरान की ओर से इजराइल के ठिकानों पर हमले के बाद मिसाइल की कार्रवाई की गई है. ईरान ने पिछले हफ्ते इजराइल पर 300 से अधिक मानव रहित ड्रोन और मिसाइलों की बौछार की थी.
इस बीच, शुक्रवार सुबह सीरियाई मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, दक्षिणी सीरियाई अस-सुवेदा और दारा के गवर्नरेट में सीरियाई सेना के कैंप पर भी हमला किया. अस-सुवेदा24 के अनुसार, हमलों ने दक्षिणी सीरिया के दारा में क़रदा और इज़रा के बीच सीरियाई सैन्य रडार साइटों को निशाना बनाया.
जेरूसलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, इराक में मोसुल और एरबिल के निवासियों ने शुक्रवार को भी सुबह के समय लड़ाकू विमानों की आवाजें सुनीं. अधिकारियों के अनुसार, 7 अक्टूबर को हमास के आतंकवादियों की ओर से इज़राइल पर हमला करने और इज़राइली सेना की ओर से गाजा पट्टी पर बमबारी शुरू करने के छह महीने बाद ईरान ने अपना हमला शुरू किया.
ईरान के विदेश मंत्री, होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने इजरायल को चेतावनी देते हुए कहा है कि उनकी ओर से की गई किसी तरह की सैन्य कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि ईरान ने अपने रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाए हैं. साथ ही जवाब देने की भी पूरी तैयारी कर ली है. ईरान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया है कि वे इजरायल को ईरान के खिलाफ कोई भी सैन्य अभियान चलाने से रोके.
गुरुवार को न्यूयॉर्क में UNSC में मिडिल ईस्ट की स्थिति पर चर्चा के दौरान, अमीर-अब्दुल्लाहियन ने इजराइल पर एक अप्रैल को दमिश्क में ईरानी राजनयिक कैंपस पर मिसाइल हमला करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि इजराइल की कार्रवाई संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय कानून के चार्टर और वियना कन्वेंशन का स्पष्ट उल्लंघन है.
उन्होंने दमिश्क में ईरानी राजनयिक परिसर पर हमले पर बयान जारी नहीं करने के लिए अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की आलोचना की. उन्होंने इस बात पर भी खेद व्यक्त किया कि UNSC ने ईरान के हितों पर इजरायल के आगे के हमलों को रोकने के लिए ईरान के बार-बार अनुरोध पर कार्रवाई नहीं की.. उन्होंने व्हाइट हाउस पर इजराइल की कार्रवाई को हरी झंडी देने का आरोप लगाया.