अमेरिका के बाद इजरायल ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) से अपनी भागीदारी खत्म करने का फैसला लिया है. इजरायल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के साथ एकजुटता जताते हुए इस कदम को सही दिशा में उठाया हुआ कदम माना.
इजरायल ने दिया ट्रंप के फैसले को समर्थन
इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सआर ने बुधवार को घोषणा की कि इजरायल भी अमेरिका के साथ UNHRC से बाहर हो जाएगा. उन्होंने ट्रंप के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि यह सही दिशा में उठाया गया कदम है.
सआर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म "X" पर कहा, "इजरायल राष्ट्रपति ट्रंप के फैसले का स्वागत करता है, जो UN मानवाधिकार परिषद से बाहर होने के बारे में है. इजरायल संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ है और अब UNHRC में भाग नहीं लेगा."
Israel welcomes President Trump’s decision not to participate in the UN Human Rights Council (UNHRC).
— Gideon Sa'ar | גדעון סער (@gidonsaar) February 5, 2025
Israel joins the United States and will not participate in the UNHRC.
The UNHRC has traditionally protected human rights abusers by allowing them to hide from scrutiny, and…
UNHRC पर इजरायल की आलोचना
इजरायल के विदेश मंत्री ने UNHRC की आलोचना करते हुए इसे मानवाधिकार उल्लंघन करने वालों को संरक्षण देने वाली संस्था बताया. उनका कहना था कि यह संस्था मध्य पूर्व में एकमात्र लोकतंत्र इजरायल को नकारात्मक रूप से निशाना बनाती है और इसके बजाय मानवाधिकारों की वास्तविक रक्षा की बजाय यह संस्था इस्लामी आतंकवाद और एंटी-सेमिटिज्म (यहूदी विरोधी भावना) को बढ़ावा देती है.
सआर ने आगे कहा, "UNHRC में इजरायल के खिलाफ 100 से अधिक निंदा प्रस्ताव पारित किए गए हैं, जो इस परिषद द्वारा पारित सभी प्रस्तावों का 20% हैं. यह संख्या ईरान, क्यूबा, उत्तर कोरिया और वेनेजुएला के खिलाफ पारित प्रस्तावों से भी अधिक है. इजरायल इस भेदभाव को अब और सहन नहीं करेगा."
अमेरिकी राष्ट्रपति का फैसला
यह घोषणा इजरायल प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के अमेरिका दौरे के दौरान हुई. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को वाशिंगटन, डीसी में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान UNHRC और UN राहत और कार्य एजेंसी (UNRWA) से अमेरिका की वापसी की घोषणा की थी.
ट्रंप ने UNHRC को "यहूदी विरोधी" बताते हुए इसकी आलोचना की और कहा कि यह संस्था हमास जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े होने के आरोपों से घिरी हुई है. इसके अलावा, ट्रंप ने यह भी बताया कि अमेरिकी प्रशासन ईरान के खिलाफ अधिक कठोर प्रतिबंध लगाएगा और इसकी तेल निर्यात को पूरी तरह से शून्य करने का लक्ष्य रखेगा.
इजरायल और अमेरिका के रिश्ते
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की अमेरिका यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच दोस्ती और साझेदारी की मजबूत भावना को और बल मिला. ट्रंप ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, "अमेरिकी और इजरायली जनता के बीच दोस्ती और स्नेह के बंधन सदियों से मजबूत रहे हैं, और ये बंधन कभी भी टूटने वाले नहीं हैं."
इस निर्णय से यह साफ है कि इजरायल और अमेरिका के बीच सामरिक और कूटनीतिक रिश्ते बेहद मजबूत हैं, और दोनों देशों के नेतृत्व ने मानवाधिकार परिषद जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में अपनी उपस्थिति को लेकर एक समान दृष्टिकोण अपनाया है.