गाजा में छह बंधकों की मौत के बाद इजरायल में हजारों प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए. दरअसल देश के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के युद्ध विराम समझौते को नहीं करने के कारण लोगों में गुस्सा बढ़ गया था और अगर ये समझौता हो गया होता तो बंधकों को छुड़ाया जा सकता था. इजरायली सेना के मुताबिक तेल अवीव में 300,000 लोग और पूरे देश में 200,000 से अधिक लोग विरोध प्रदर्शन के लिए सड़क पर उतर आए.
कल यानी रविवार को तेल अवीव का मुख्य राजमार्ग प्रदर्शनकारियों से भरा हुआ दिखाया गया, जो मारे गए बंधकों की तस्वीरों वाले झंडे पकड़े हुए थे.इजरायली टेलीविजन फुटेज में पुलिस कर्मी प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछार करते हुए दिखाई दे रहे हैं. वहीं स्थानीय मीडिया ने 26 लोगों को गिरफ्तार किए जाने की सूचना दी. देश के मजदूर नेताओं ने सोमवार यानी आज एक दिन की हड़ताल की अपील की है. इजरायली सेना ने रविवार को दक्षिणी गाजा शहर राफा में एक सुरंग से बंधकों के शवों की बरामदगी की घोषणा की थी.
इजरायली स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि फोरेंसिक जांच से पता चलता है कि 48 -72 घंटे पहले हमास के आतंकवादियों ने उन्हें बहुत करीब से कई गोलिया मारकर हत्या कर दी. नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल तब तक चैन से नहीं बैठेगा जब तक कि वह जिम्मेदार लोगों को पकड़ नहीं लेता.
इजरायल की जनता के बीच बढ़ते गुस्से के बीच ट्रेड यूनियन महासंघ के प्रमुख अर्नोन बार डेविड ने रविवार को सरकार पर समझौता पर हस्ताक्षर करने के लिए दबाव बनाने के लिए सोमवार को आम हड़ताल की अपील की, नेतन्याहू के साथ अक्सर टकराते रहे इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने भी समझौते की अपील की.