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सुनो इजराइल... देश छोड़ो हमास से तो निपट नहीं पाए... ईरान का सामना कैसे करोगे?

Israel-Iran Tension: हमास से जारी जंग के बीच इजराइल के सामने एक टेंशन खड़ी हो गई है. हालांकि, इसे लेकर इजराइल की ओर से कोई प्रतिक्रिया तो नहीं आई है, लेकिन सवाल उठाया जा रहा है कि अगर ये टेंशन नेतन्याहू के सामने खड़ी हुई, तो फिर वे इससे कैसे डील करेंगे. हम बात कर रहे हैं, इजराइल पर संभावित ईरान के हमले की.

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Edited By: India Daily Live
Israel-Iran Tension

Israel-Iran Tension: 7 अक्टूबर 2023... ये वो तारीख थी, जब हमास के आतंकियों ने इजराइल पर ताबड़तोड़ रॉकेट दागे, इजराइल की सीमा में घुसकर कई इजराइलियों का नरसंहार किया और कई को बंधक बना लिया. इसके जवाब में इजराइल ने भी कार्रवाई की और ताबड़तोड़ गाजापट्टी में मिसाइलें दागी. हमले और फिर जवाबी कार्रवाई के करीब 1 हफ्ते बाद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने देश के लोगों को संबोधित किया.

14 अक्टूबर 2023... ये वो तारीख थी, जब हमास के हमले के एक हफ्ते बाद इजराइल के पीएम ने देश की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि अभी तो बस शुरुआत है. हम हमास को पूरी तरह से खत्म कर देंगे. उन्होंने हमास को पूरी तरह से खत्म करने की कसम भी खाई. हालांकि, नेतन्याहू के कसम को अब तक 7 महीने हो चुके हैं और जंग जारी है.

8 अप्रैल 2024... नेतन्याहू ने दावा किया कि हम जीत से बस एक कदम दूर हैं. उन्होंने कसम खाई कि जब तक इजराइल के बंधकों को रिहा नहीं किया जाता, दुनिया की कोई ताकत इजराइल को हमास के खिलाफ कार्रवाई से नहीं रोक सकती.

पिछले 6 महीने से जंग से जूझ रहे इजराइल के सामने एक और संकट आती दिख रही है. सीरिया की राजधानी दमिश्क में एयर स्ट्राइक में ईरान के दो जनरल और अन्य सैनिकों के मारे जाने के बाद अब ईरान ने इजराइल को तबाह करने की कसम खाई है. हालांकि, इजराइल ने अभी तक एयर स्ट्राइक की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन ईरान का मानना है कि ये सब इजराइल का ही किया धरा है. 

ऐसे में सवाल ये कि अगर ईरान, इजराइल पर हमला करता है, तो आखिर दो-दो मोर्चों पर इजराइल कैसे निपटेगा? कुछ दिन पहले ही जंग के चंद दिन बचे हैं, का दावा करने वाला इजराइल आखिर अपने से कई गुना बड़े देश के हमले से कैसे अपना बचाव करेगा?

हालांकि, दोनों देशों की सेनाओं और शक्ति पर गौर किया जाए, तो इजराइल पर ईरान भारी पड़ता दिख रहा है. ईरान की 8.67 करोड़ की आबादी के मुकाबले, इजराइल की आबादी मात्र 95 लाख है. एक ओर ईरान के पास 5.76 लाख एक्टिव सैनिक हैं, तो इजराइल के पास इनकी संख्या मात्र 1.73 लाख है. 

कई अन्य मामलों में ईरान, इजराइल से 20

सैन्य क्षमताओं में आगे की बात की जाए, तो ईरान के पास टैंकों की संख्या 4071 है, जबकि इजराइल के पास इनकी संख्या आधे से भी कम यानी मात्र 2200 है. ईरान के पास 69,685 बख्तरबंद गाड़ियां हैं, जबकि ये संख्या इजराइल के पास 56,290 है. 

ईरानी नेवी के पास 101, जबकि इजरायली नौसेना के पास 67 जहाज हैं. सबमरीन के मामले में भी ईरान आगे है. ईरान के पास 19 जबकि इजराइल के पास 5 सबमरीन हैं. 

इन मामलों में ईरान पर भारी है इजराइल

रिजर्व फोर्स के मामले में इजराइल, ईरान पर भारी जरूर पड़ता है, लेकिन ये ईरान जैसे देश को मात देने के लिए काफी नहीं है. ईरान के पास रिजर्व सैनिकों की संख्या 3.50 लाख है, जबकि इजरायल के पास इनकी संख्या 4.76 लाख है. 

फाइटर जेट से दोनों देशों की तुलना की जाए तो इजरायल इसमें आगे है. इजरायल के पास फाइटर जेट की संख्या 341 है जबकि ईरान के पास इनकी संख्या 200 ही है. इजरायल के पास स्पेशल मिशन में इस्तेमाल होने वाले 23 एयरक्राफ्ट हैं. वहीं, ईरान के पास ऐसे एयरक्राफ्ट की संख्या 9 है.