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India Daily

Israel Hezbollah War: लेबनान में इजरायल का बड़ा हमला, हिजबुल्लाह के ठिकानों पर बमबारी; 60 लड़ाकों की मौत

स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि सोमवार (28 अक्टूबर) को पूर्वी बेका घाटी के कई इलाकों पर इजरायली छापे में कम से कम 60 लोग मारे गए, जिनमें से ज्यादातर बालबेक क्षेत्र में थे.

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Edited By: Arvind
Israel Hezbollah War
Courtesy: Social Media

Israel Hezbollah War: इसराइल पर हमास के हमले और फिर गाजा में इसराइली कार्रवाइयों के एक साल बाद कहानी अब लेबनान और हिज़्बुल्लाह तक पहुंच चुकी है. हालांकि, अभी भी इजरायल और हमास के बीच लगातार जंग जारी है. इस बीच लेबनान स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना कि बेका घाटी पर इज़रायली हमलों में कम से कम 60 लोगों के मारे जाने की रिपोर्ट दी है. 

द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि सोमवार (28 अक्टूबर) को पूर्वी बेका घाटी के कई इलाकों पर इजरायली छापे में कम से कम 60 लोग मारे गए, जिनमें से ज्यादातर बालबेक क्षेत्र में थे. मंत्रालय ने कहा कि मृतकों की संख्या में बेका घाटी के 12 इलाके शामिल हैं, जहां आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह का प्रभाव काफी ज्यादा है. इसमें कहा गया है कि मृतकों में कम से कम दो बच्चे भी शामिल हैं.

मारे गए 60 लोगों में से 16 मौतें बालबेक में दर्ज

वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगे कहा कि कम से कम 58 अन्य घायल हो गए, यह देखते हुए कि मरने वालों की संख्या फिलहाल, शुरुआती है. क्योंकि, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, मारे गए 60 लोगों में से कम से कम 16 मौतें बालबेक शहर के पश्चिम में अल-अलक में दर्ज की गईं है.

हमले से पहले नहीं दी कोई वार्निंग

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को हुई मौतों के साथ ही लेबनान में पिछले महीने के अंत में इजरायल-हिजबुल्लाह युद्ध शुरू होने के बाद से मरने वालों की कुल संख्या 1,700 से ज्यादा हो गई है. हालांकि, आंकड़ों में अंतराल के कारण वास्तविक संख्या अधिक होने की संभावना है. इस बीच बालबेक के गवर्नर बशीर खोदर ने संघर्ष की शुरुआत के बाद से क्षेत्र पर हुए "सबसे हिंसक" छापों की निंदा की.

बालबेक सीरिया पर बार्डर का सबसे गरीब इलाका

बता दें कि, बालबेक सीरिया की सीमा से लगी बेका घाटी में एक गरीब इलाका है. वहीं, सोमवार को वहां भारी हमले से पहले वहां से निकलने की कोई चेतावनी नहीं दी गई थी. इस दौरान  संयुक्त राष्ट्र की प्रवासन एजेंसी के अनुसार युद्ध के कारण कम से कम 1.3 मिलियन लोग विस्थापित हुए हैं, जिनमें से 800,000 से ज्यादा लोग लेबनान के अंदर विस्थापित हुए हैं. जबकि, लेबनानी अधिकारियों के अनुसार, 5 लाख से अधिक लोग सीरिया में प्रवेश कर चुके हैं, जिनमें से ज्यादातर सीरीआई है

800,000 से ज्यादा लोग लेबनान में हुए विस्थापित

इस दौरान संयुक्त राष्ट्र की प्रवासन एजेंसी के अनुसार युद्ध के कारण कम से कम 1.3 मिलियन लोग विस्थापित हुए हैं, जिनमें से 800,000 से ज्यादा लोग लेबनान के अंदर विस्थापित हुए हैं. जबकि, लेबनानी अधिकारियों के अनुसार, 5 लाख से अधिक लोग सीरिया में प्रवेश कर चुके हैं, जिनमें से ज्यादातर सीरियाई है.