फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास के कुख्यात मुखिया इस्माइल हानिया को इजरायली सेना ने खत्म कर दिया है. इस्लमाइल हानिया, तेहरान की एक इमारत में छिपा था लेकिन इजराइली सेना ने उसे ढूंढ निकाला और एक पल में ही खत्म कर दिया. इजरायली एयर स्ट्राइक में उसके चीथड़े उड़ गए. उसके कुछ सहयोगी भी मारे गए हैं. बुधवार को जैसे ही इस्माइल हानिया मारा गया, लोग हमास के अगले चीफ का नाम खोजने लगे. हमास अभी इजराइल के साथ जंग में है, ऐसे में यह वक्त बेहद संवेदनशी है. बहुत दिनों तक नए चीफ की नियुक्ति यह आतंकी संगठन टालेगा नहीं. ऐसे में संगठन के लोग, नए चेहरे पर मंथन कर रहे हैं.
इस्माइल हानिया ने ही 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमले की पटकथा लिखी थी. इजरायल ने उसे मारकर तो अपना बदला ले लिया है लेकिन नया संकट, इजराइल की राह देख रहा है. हमास के अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी AP के साथ बातचीत में कहा कि हम अभी इस पर चर्चा नहीं कर रहे हैं. वजह ये है कि अब हमास के नेता, अपने मुखिया चुनने को लेकर अहम बैठकों में जुट गए हैं. इजरायल का एंटी हमास ऑपरेशन जारी है.
इस्माइल हानिया का एक डिप्टी जहीर जबरीन था. वह हमास का चीफ एग्जीक्युटिव ऑफिसर था. वह हमास के लिए फंड जुटाता है और ईरान के साथ बेहतर रिश्ते हैं. हमास चीफ के नाम पर उसकी भी चर्चा है लेकिन हमास के भीतर उसके लिए समर्थन कम है. द टाइम्स ऑफ इजराइल की एक रिपोर्ट के मुताबिक खालिद मशाल, हानिया का असली उत्तराधिकार हो सकता है. हालांकि उसे कड़ी टक्ककर जहीर जबरीन से भी मिल सकती है.
हमास के नेता को अब यह तय करना होगा कि इजराइल के साथ जंग जारी रखनी है, या बैकफुट पर आकर संधि वार्ता करनी है. वैसे अगर हमास के संकल्प की बात करें तो यह वही संगठन है, जिसने इजरायल को मिटा देने की कसम खाई है.
खालिद मशाल ने साल 2017 तक संगठन का नेतृत्व किया है. उसक पास पर्याप्त राजनीतिक और कूटनीतिक अनुभव है. उसके रिश्ते ईरान, सीरिया और हिज्बुल्लाह से ठीक नहीं रहे हैं. उन्होंने अरब स्प्रिंग के दौरान विरोध प्रदर्शनों को समर्थन दिया था, जिसकी वजह से पड़ोसी भड़क गए थे. कहा जाता है कि एक बार इजराइल ने इसे फंसाकर जहर दिया था, जिसके बाद भी वह जिंदा बच गया. और तो और, इजराइल ने खालिद मशाल को निशाना बनाकर कई हवाई हमले किए फिर भी वह जिंदा बच निकला. खालिद मशाल, सुसाइड बम्बर्स बनाने में उस्ताद है लेकिन वजह इजराइल के साथ बातचीत भी चाहता है.
2021 में मशाल लेबनान गया था लेकिन हिज्बुल्लाह के नेताओं ने उससे मिलने से ही मना कर दिया था. मशाल के तुर्की और कतर के साथ अच्छे रिश्ते हैं लेकिन बाकी अरब देशों के साथ उसके रिश्ते ठीक नहीं है. यही हमास का चीफ बनने में सबसे बड़ी बाधा है. वह हमास के आतंकियों में कम कट्टर है. फिलिस्तीन लीडर महबूब अब्बास ने हानिया की मौत के बाद संवेदना जाहिर करने के लिए उसे घर बुलाया था. वह हानिया की तरह ही है, जिसके नेतृत्व को सबने स्वीकार किया है.
हमास का शीर्ष नेतृत्व अपने लिए नेता तक नहीं चुन पा रहा है. वजह ये है कि सारे हमास के बड़े नेता, इजरायल के डर से छिपे हुए हैं. 7 अक्टूबर के बाद से सिर्फ उनके होने की खबरें सुनी जाती हैं, वे नजर नहीं आते. हमास के आतंकियों ने 7 अक्टूबर 2023 को 1200 इजरायली नागरिकों को मार डाला था, 251 लोगों को बंधक बना लिया था. इजरालय ने अपने जवाबी एक्शन में गाजा की 80 फीसदी आबादी को भगा दिया है, 39000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. अब इजरायल का ऐसा हाल है कि ये आतंकी संगठन, अपने लिए नेता नहीं चुन पा रहा है.