Israel-Hamas War: गाजा में इजरायली कहर! पहले किया मना, अब इन ठिकानों दाग दी मिसाइल
Israel-Hamas War Update: इजरायल अपने दुश्मनों पर चौतरफा हमला कर रहा है. लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर मिसाइल दागी गई है. वहीं गाजा में कार्रवाई लगातार जारी है.
Israel Hamas War: करीब 7 महीने से चल रहा इजरायल और हमास का युद्ध शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. दोनों देशों के बीच रह-रहकर हमले हो रहे हैं. ताजा हमला दक्षिणी और उत्तरी गाजा में हुआ है. इजरायली सेना ने लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकाने पर मिसाइल दागी है. जबकि, एक रोज पहले ही इजरायल के रक्षा मंत्री ने कहा था कि वो हिजबुल्लाह से युद्ध करने से बच रहे हैं.
संयुक्त राष्ट्र संघ हो या अमेरिका या फिर दुनिया की अन्य बड़ी ताकतों का दबाव. किसी का भी असर इजरायल के जंग को लेकर इरादों पर नहीं पड़ रहा है. वो किसी भी तरह हमास को छोड़ने के मूड में दिख नहीं रहा है. आज उसने हिजबुल्लाह के ठिकाने पर मिसाइल से हमला किया है.
हिजबुल्लाह के ठिकाने पर अटैक
इजरायल ने आज लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकाने को मिसाइल अटैक में किया है. इसकी तबाह करने की तस्वीरें जारी की गई है. वो किसी भी तरह ऑपरेशन से पीछे नहीं हटना चाह रहा है. दक्षिणी और उत्तरी गाजा में इजरायली सेना कहर बरपा रही है. दक्षिणी गाजा में टैंकों की लंबी खेप नजर आ रही है.
रक्षा मंत्री ने कही थी ये बात
एक रोज पहले ही इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट का बयान सामने आया था इसमें उन्होंने कहा था कि वो लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह के साथ युद्ध से बचने के पक्ष में हैं. इजरायल उत्तरी इलाकों के निवासियों घरों में सुरक्षित लौटाएगा. इसके लिए हम अवसर की तलाश कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि युद्ध का लंबा दौर लेबनान और हिजबुल्लाह के लिए विनाशकारी होगा. हालांकि, कीमत हमें भी चुकानी होगी. इस कारण हम इससे बचना चाहेंगे.
बताया था कब होगा हमला ?
गैलेंट ने हमले से पूरी तरह इंकार नहीं किया था. उन्होंने कहा था कि हम युद्ध से बचना चाहते हैं. लेकिन, हमें इसके लिए तैयार रहना होगा. अगर हमें कार्रवाई करने की आवश्यकता है, तो हम ऐसा करेंगे. क्योंकि अपने नागरिकों की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है.
बचाव कार्य प्रभावित
इजरायली एक्शन के कारण युद्ध प्रभावित इलाकों में राहत पहुंचाने का काम प्रभावित हुआ है. ट्रकों की एंट्री भी रूक गई है. करीब 7 दिन से दक्षिणी गाजा की दोनों सीमाओं से राहत को कोई खेप इंटर नहीं हो पाई है.