Israel Hamas War: दुनिया में अगर सबसे भ्रमित देशों का जिक्र किया जाए तो अमेरिका नाम सबसे ऊपर होगा. अपना हित साधने के लिए यह देश किसी भी स्तर तक जा सकता है. इजराइल को हमास के खिलाफ हथियार सप्लाई करने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अब कह दिया है कि वे इजराइल को खतरनाक हथियार नहीं देंगे लेकिन सुरक्षात्मक हथियारों की सप्लाई जारी रहेगी. अब भला ये बताइए कि जो इजराइल अपने हथियारों को दहशरा के 'शस्त्र पूजन' के लिए तो नहीं ही खरीदेगा. इजराइल ने कसम ली है कि गाजा और रफाह को तबाह कर देगा. वहां के नागरिकों को इजराइल ने बाहर निकाल दिया है, अब पूरे शहर को ही मिटा देने की कसम बेंजामिन नेतन्याहू ने ली है. इस जंग में इंसानियत के खिलाफ हुए गुनाहों में अमेरिका भी शरीक है.
जो बाइडेन ने कहा, 'गाजा में आम नागरिक मारे गए हैं. इजराइल ने नागरिक इलाकों में बम गिराया है. अमेरिका ने इजराइल को करीब 2000 किलो बम भेजे थे.' अमेरिका के भेजे गए बमों की वजह से गाजा में भारी तबाही मची थी. गाजा के अस्पताल, सरकारी दफ्तर और सार्वजनिक सेवाएं अब बुरी तरह से प्रभावित हैं. ज्यादातर इमारतें खंडहर में तब्दील हो गई हैं. यह जंग हमास के खिलाफ छिड़ी थी लेकिन आम आदमियों की जिदगी तबाह हुई. अब अमेरिका ने कहा है कि हम इजराइल को सिर्फ सुरक्षात्मक हथियार देंगे, विध्वंसक हथियार देंगे. जो बाइडेन को कौन समझाए कि हथियार, सिर्फ हथियार होते हैं.
हमास को मिटाने की जो बाइडेन ने ली ली है कसम'
बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कह दिया है कि जब तक हमास गाजा से मिट नहीं जाएगा, वे कभी वहां से पीछे नहीं हटेंगे. गाजा, हमास का गढ़ रहा है. ऐसे में वहां अब मानवीय संकट पैदा हो गया है. इजराइल अपने कड़े एक्शन की वजह से बुरी तरह से घिर गया है. संयुक्त राष्ट्र में इजराइल के राजदूत गियाल्ड एर्डन ने कहा है कि मुझे यह भरोसा नहीं हो रहा है कि इजराइल को अमेरिका हथियार देना बंद करेगा. अगर ऐसा होता है तो यह बेहद हैरान करने वाला दावा है. हम अमेरिका को हमास को खत्म करने में मददगार मान रहे थे.
कहीं अकेला न पड़ जाए इजराइल?
इजराइल पर वैश्विक दबाव बढ़ता जा रहा है. संयुक्त राष्ट्र और अब अमेरिका भी खिलाफ हो गया है. अमेरिका अगर घातक हथियारों की सप्लाई रोक देता है तो गाजा पर दोहरा दबाव पड़ सकता है. अभी ईरान के साथ भी इजराइल के संबंध बिगड़े हैं और हमास भी हमला करने से बाज नहीं आ रही है. ऐसे में अगर अमेरिका ने मदद रोकी तो इजराइल की किरकिरी भी हो सकती है.