इजराइल-हमास युद्ध के 100 दिन पूरे, अमेरिका बोला- अब तो बस... जानें मध्य-पूर्व में क्या हैं हालात?
हमास और अन्य गाजा उग्रवादियों ने 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल पर घातक हमले के दौरान लगभग 250 लोगों को अगवा किया था. वहीं करीब 1,200 इजराइली लोगों की हत्या कर दी थी.
Israel Hamas War Complete 100 Days: इजराइल और हमास युद्ध को 100 दिन पूरे हो चुके हैं. हमास द्वारा इजराइल पर हमला और फिर इजराइल की कार्रवाई... कहने वालों का कहना है कि ये कयामत के 100 थे. उधर, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका ने इस मौके पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. अमेरिका ने शनिवार को कहा कि इजराइल-हमास युद्ध अपने 100वें दिन की पूर्व संध्या पर मानवता को कलंकित कर रहा है, क्योंकि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को खत्म करने के लिए देश की प्रतिज्ञा को दोगुना कर दिया है.
मध्य पूर्व संघर्ष ने गाजा में मानवीय संकट पैदा कर दिया है. उधर, लाल सागर के मालवाहक जहाजों पर हमलों के बाद शुक्रवार को यमन में हूती विद्रोहियों पर अमेरिकी और सहयोगी बलों के हमले के बाद क्षेत्रीय तनाव बढ़ने की आशंकाएं तेज हो गई हैं. इसी बीच गाजा में बंधक बनाए गए लोगों के परिवारों ने शनिवार रात तेल अवीव में एक रैली निकाली और इजराइली सरकार से अपने परिवारवालों को कैद में 100 दिन बिताने के बाद घर वापस लाने का आह्वान किया.
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने दक्षिणी इजराइल पर किया था हमला
जानकारी के मुताबिक, हमास और अन्य गाजा उग्रवादियों ने 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल पर घातक हमले के दौरान लगभग 250 लोगों को अगवा किया था. वहीं करीब 1,200 इजराइली लोगों की हत्या कर दी थी. नवंबर में एक अस्थायी संघर्ष विराम के दौरान 100 से ज्यादा बंधकों को रिहा कर दिया गया था, लेकिन 132 इजराइली अभी भी गाजा में बंधक हैं, जिनमें लगभग दो दर्जन लोगों के अवशेष भी शामिल हैं जो मार दिए गए हैं. उधर, इजराइल ने अब तक के युद्ध में करीब 24,000 फिलिस्तीनी मारे हैं.
युद्ध के पहले दिन से आज तक का पूरा घटनाक्रम
7 अक्टूबर, 2023: इजराइली आंकड़ों के अनुसार हमास के बंदूकधारियों ने गाजा से दक्षिणी इजराइल पर हमला किया और 1,200 लोगों की हत्या कर दी. करीब 250 इजलाइलियों को बंधक बनाकर ले गए.
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि इजराइल युद्ध की स्थिति में है और घनी आबादी वाले गाजा पर जवाबी हवाई हमले शुरू हो गए हैं. साथ ही तटीय क्षेत्र की पूरी घेराबंदी हो गई है, जो इजराइल और मिस्र के बीच है.
8 अक्टूबर: लेबनान के हिजबुल्लाह ने एक ईरानी सहयोगी हमास की तरह इजराइल के खिलाफ सीमा पार से गोलाबारी शुरू कर दी, जो पूरे युद्ध के दौरान जारी रहेगी, जिससे इजराइली जवाबी हमले करेंगे.
13 अक्टूबर: इजराइल ने गाजा शहर के निवासियों (जहां एन्क्लेव के 2.3 मिलियन लोगों में से 1 मिलियन से ज्यादा लोग रहते हैं) को खाली करने और दक्षिण की ओर जाने के लिए कहा. सैकड़ों-हजारों गाजावासी अपने घरों से भाग जाएंगे. इसके बाद इजराइल ने पूरे गाजा पट्टी पर ताबड़तोड़ हमले शुरू कर दिए.
17 अक्टूबर: गाजा शहर में अल-अहली अल-अरबी बैपटिस्ट अस्पताल में विस्फोट से अरब जगत में आक्रोश फैल गया. फिलिस्तीनियों का कहना है कि इसमें सैकड़ों लोग मारे गए. विस्फोट के लिए इजराइली हवाई हमले को जिम्मेदार ठहराया गाय. हालांकि इजराइल का कहना था कि यह एक असफल फिलिस्तीनी रॉकेट के कारण हुआ था. इजराइल के इस दावे का वाशिंगटन ने समर्थन किया.
अस्पताल में विस्फोट से अगले दिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की क्षेत्र की यात्रा पर ग्रहण लग गया है, जिनकी अरब नेताओं के साथ नियोजित शिखर बैठक रद्द हो गई थी. इसके बाद बाइडेन ने कहा था कि इजराइल बले के गुस्से में अंधे न हो जाए.
19 अक्टूबर: अमेरिकी नौसेना के एक युद्धपोत ने यमन से लाल सागर के ऊपर इजराइल की ओर लॉन्च की गई मिसाइलों और ड्रोनों को रोका. यमन का हूती समूह ईरानी सहयोगी हमास की तरह है. जो इजराइल और लाल सागर शिपिंग के खिलाफ हमले करता है.
21 अक्टूबर: कई दिनों की कूटनीतिक खींचतान के बाद राहत सामग्री वाले ट्रकों को राफा बॉर्डर के जरिए मिस्र से गाजा में प्रवेश की अनुमति दी गई. यह गाजा की आवश्यकता का एक छोटा सा हिस्सा था, जहां भोजन, पानी, दवाएं और ईंधन खत्म हो रहा था. मानवीय संकट गहराने के कारण इजराइल की नाकाबंदी के माध्यम से पर्याप्त आपूर्ति हासिल करने का मुद्दा आने वाले महीनों में बना रहा.
27 अक्टूबर: बढ़ती घुसपैठ के एक सप्ताह बाद इजराइल ने गाजा में एक व्यापक जमीनी आक्रमण शुरू किया, जिसकी शुरुआत उत्तर पर हमले के साथ हुई. इसमें उसने अपने सभी बंधकों को मुक्त कराने और हमास को खत्म करने की कसम खाई.
31 अक्टूबर: गाजा के साथ लड़ाई में पंद्रह इजरायली सैनिक मारे गए. ये युद्ध में इजराइली सेना की एक दिन में सबसे बड़ी क्षति थी.
1 नवंबर: अनुमानित 7,000 विदेशी पासपोर्ट धारकों, दोहरे नागरिकों, उनके आश्रितों और तत्काल इलाज की जरूरत वाले लोगों के लिए राफा क्रॉसिंग के जरिए गाजा से निकासी शुरू हुई. गाजा के अधिकांश निवासियों के पास अभी भी इस क्षेत्र से बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं है.
9 नवंबर: इजराइल का कहना है कि सीरियाई क्षेत्र से लॉन्च किए गए एक ड्रोन ने उसके दक्षिणी शहर इलियट को निशाना बनाया. अगले दिन इजराइली सेना ने कहा कि उसने जिम्मेदार मिलिशिया पर हमला किया.
15 नवंबर: इजराइली सैनिक कई दिनों की घेराबंदी के बाद गाजा शहर में गाजा के सबसे बड़े अस्पताल, अल शिफा में घुसे. इस दौरान चिकित्सा कर्मचारियों का कहना था कि नवजात शिशुओं समेत मरीजों की बिजली और आपूर्ति की कमी से मृत्यु हो गई. इजरायलियों का कहना है कि अस्पताल का इस्तेमाल हमास लड़ाकों के लिए एक भूमिगत मुख्यालय को छुपाने के लिए किया गया था, हालांकि कर्मचारी इनकार करते हैं. बाद में इजराइली सेना ने मीडिया को वहां एक सुरंग भी दिखाई थी.
21 नवंबर: इजराइल और हमास ने युद्ध के पहले संघर्ष विराम की घोषणा की. इस दौरान इजराइल और हमास के बीच एक दूसरे के बंधकों रिहा करने का समझौता हुआ. युद्ध विराम के दौरान इजराइल के 15 और फिलिस्तीन के 240 बंधकों को रिहा किया गया.
4 दिसंबर को युद्ध विराम खत्म होने के बाद इजराइली सेना ने दक्षिणी गाजा में मुख्य दक्षिणी शहर खान यूनिस के बाहरी इलाके में अपना पहला बड़ा जमीनी हमला शुरू किया.
12 दिसंबर: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना था कि गाजा पर इजराइल की "अंधाधुंध बमबारी" से उसे अंतरराष्ट्रीय समर्थन की कीमत चुकानी पड़ रही है, जो कि इजराइल के सबसे करीबी सहयोगी, संयुक्त राज्य अमेरिका की बयानबाजी में एक स्पष्ट बदलाव है. आने वाले हफ्तों में कई वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी इजराइल के दौरे पर रहे.
15 दिसंबर: इजराइली सेना ने गलती से गाजा में तीन बंधकों को मार डाला. यह घटना इजराइल के भीतर युद्ध के आचरण की सबसे स्पष्ट आलोचना का कारण बनी. हालांकि अभियान को अभी भी व्यापक घरेलू समर्थन प्राप्त है.
22 दिसंबर: ईरान समर्थित मिलिशिया, इस्लामिक रेसिस्टेंस इन इराक ने कहा कि उसने इजराइल पर लंबी दूरी का हमला किया. इजराइल ने कोई प्रभाव नहीं होने की सूचना दी. इजराइल के रक्षा मंत्री ने बाद में कहा कि इराक उन क्षेत्रीय मोर्चों में से एक है, जहां गाजा युद्ध का विस्तार हुआ है.
26 दिसंबर: इजराइली सेना ने मध्य गाजा पट्टी के क्षेत्रों पर एक बड़ा जमीनी हमला किया. इससे पहले हवाई हमले का एक दौर भी चला था. इसके बाद फिर से सैकड़ों हजारों लोगों को भागना पड़ा.
1 जनवरी 2024: इजराइल ने संकेत दिया कि वह अपने अभियान के ज्यादा लक्षित नए चरण में गाजा से कुछ सैनिकों को वापस लेना शुरू कर देगा, जिसके बारे में उसका कहना है कि यह कई महीनों तक चलेगा. अधिकारियों का कहना है कि रणनीति में यह परिवर्तन गाजा के उत्तर में शुरू होगा, जबकि दक्षिणी क्षेत्रों में तीव्र लड़ाई जारी है.
11 जनवरी: अमेरिकी और ब्रिटिश युद्धक विमानों, जहाजों और पनडुब्बियों ने लाल सागर के जहाजरानी पर हमलों के लिए हूती बलों के खिलाफ कार्रवाई की. यमन में दर्जनों हवाई हमले किए गए. संयुक्त राज्य अमेरिका ने अगले दिन यमन में एक और हमला किया. हूती विद्रोहियों का कहना है कि शुरुआती हमलों में उनके पांच लड़ाके मारे गए हैं.
12 जनवरी: अंतरराष्ट्रीय न्यायालय एक मामले में प्रारंभिक बयान सुनता है, जिसमें दक्षिण अफ्रीका ने इजराइल पर फिलिस्तीनी आबादी के खिलाफ राज्य के नेतृत्व में नरसंहार अभियान चलाने का आरोप लगाया है. इजराइल ने आरोप से इनकार किया है.